DESK: रांची के बिरसा केंद्रीय कारागार होटवार जेल के अधीक्षक हामिद अंसारी ने गुरुवार को रिजिल ऑर्डर की कॉपी ईमेल से दिल्ली एम्स के डायरेक्टर को भेजा। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि शुक्रवार की दोपहर तक लालू प्रसाद यादव कस्टडी से बाहर आ सकते हैं।
गौरतलब है कि दुमका काेषागार से अवैध निकासी मामले में लालू प्रसाद 18 मार्च 2018 से सजा काट रहे हैं। चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे आरजेडी सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के 12 दिन बाद गुरुवार को रिलीज ऑर्डर जारी किया गया। जेल अधीक्षक के भेजे गये मेल को एम्स डायरेक्टर ने मंजूर कर लिया है। इसमें लिखा है कि लालू प्रसाद अब हमारे कैदी नहीं रहे। इसकी एक काॅपी रांची एसएसपी काे भी भेजी गई है।
इस मामले में सीबीआई के विशेष जज शिवपाल सिंह की अदालत ने लालू प्रसाद काे दाे धाराओं में सात-सात साल की सजा सुनाई थी। काेर्ट ने दाेनाें सजा अलग-अलग काटने का आदेश दिया था। वह रांची के रिम्स में इलाज करा रहे थे। तबीयत बिगड़ने पर उन्हें दिल्ली ले जाया गया था। वहां एम्स में अभी उनका इलाज चल रहा है। इससे पहले गुरुवार काे लालू प्रसाद की ओर से सीबीआई के स्पेशल जज की काेर्ट में एक-एक लाख रुपए के दाे मुचलके दाखिल किए गए। जांच में काेर्ट ने मुचलके काे सही पाया। इसके बाद लालू को रिलीज ऑर्डर जारी करने का निर्देश दे दिया।
गुरुवार को रिलीज ऑर्डर एम्स प्रबंधन को भेजी गयी है और आज हार्ड कॉपी उन्हें मिल जाएगी। ऐसे में लालू प्रसाद यादव एम्स में रहेंगे या घर जाएंगे यह एम्स प्रबंधन ही तय करेगा। डॉक्टरों की अनुमति के बाद ही लालू यादव को घर ले जाया जा सकेगा। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि लालू यादव दोपहर तक कस्टडी से बाहर आ सकते हैं। एम्स डायरेक्टर को गुरुवार को रिलिज ऑर्डर की कॉपी भेजी गयी थी लेकिन एम्स प्रबंधन ने हार्ड कॉपी की मांग की है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण लालू परिवार भी रिस्क लेना नहीं चाहता। ऐसे में लालू एम्स में ही इलाज कराते रहेंगे या घर जाएंगे यह एम्स प्रबंधन ही तय करेगा। गुरुवार को जारी हुए रिलीज ऑर्डर से लालू समर्थकों में खुशी की लहर देखी जा रही है।
जमानत मिलने के बाद भी पटना के लोगों की लालू यादव से मुलाकात नहीं होगी। वह लगातार दिल्ली में ही रहेंगे। इस बात की पुष्टि पारिवारिक सूत्रों ने कर दी है। परिवार ने कहा कि लालू की तबीयत लगातार खराब रही है ऐसे में कोरोना को लेकर कोई जोखिम नहीं उठाया जा सकता। दिल्ली में इलाज की व्यवस्था बेहतर है। डॉक्टर की देख-रेख में वे हैं। ऐसे में दिल्ली में रहना उनके लिए बेहतर रहेगा। लालू अपनी बड़ी बेटी और RJD की राज्यसभा सांसद मीसा भारती के सरकारी आवास पर रहेंगे। उनके लिए सुरक्षा और सुविधा की हर व्यवस्था की जा रही है।
परिवार के लोगों ने कहा कि रिहाई के बाद लालू कहां रहेंगे यह AIIMS तय करेगा। डाक्टरों की सलाह के मुताबिक ही परिवार फैसला लेगा। कोविड को लेकर लालू प्रसाद के परिवारवाले कोई जोखिम नहीं लेना चाहते है। AIIMS में इलाज कर रहे डॉक्टरों की अनुमति के बाद ही परिवारवाले लालू को घर ले जाएंगे। घर ले जाने की स्थिति में उन्हें तत्काल दिल्ली में मीसा भारती के आवास पर ही रखने की तैयारी है। लेकिन परिवारवालों की आम राय है कि बढ़ते संक्रमण के चलते लालू को AIIMS में रखना ही सुरक्षित रहेगा।
परिवारवालों को इस बात का डर है कि यदि लालू पटना आते हैं तो उनके समर्थकों की भीड़ बढ़ जाएगी। राबड़ी देवी के सरकारी आवास पर हजारों की भीड़ हर रोज रहेगी। ऐसे में लोगों में संक्रमण फैलने का डर रहेगा। लालू यदि पटना रहेंगे तो पार्टी नेता से लेकर दूसरे लोग भी हाल चाल जानने आवास पर आ जाएंगे। ऐसे में उन्हें मना नहीं किया जा सकता है। इससे बचने के लिए उन्हें दिल्ली में रखना बेहतर होगा। रिहाई के बाद लालू कहां रहेंगे यह AIIMS तय करेगा। डाक्टरों की सलाह के मुताबिक ही परिवार फैसला लेगा। कोविड को लेकर लालू प्रसाद के परिवारवाले कोई जोखिम नहीं लेना चाहते है।