रामविलास पासवान की जयंती आज, LJP में चिराग और पारस के बीच दिखेगी टक्कर

रामविलास पासवान की जयंती आज, LJP में चिराग और पारस के बीच दिखेगी टक्कर

PATNA : आज पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. रामविलास पासवान की जयंती है। रामविलास पासवान की जयंती के मौके पर उनकी लोक जनशक्ति पार्टी के ऊपर कब्जे की लड़ाई और दिलचस्प दौर में जाती दिखेगी। एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान अपनी पार्टी में हुई टूट के बाद आज पहली बार बिहार आएंगे। चिराग पासवान पटना पहुंचने के बाद अपने पिता रामविलास पासवान की कर्मभूमि रहे हाजीपुर जाएंगे और वहां दलित बस्ती में पासवान की जयंती मनाएंगे। वहीं दूसरी तरफ से प्रदेश एलजेपी कार्यालय में चिराग के चाचा पशुपति पारस अपने भाई रामविलास पासवान की जयंती मनाएंगे। इस मौके पर पार्टी के पुराने नेता सूरजभान सिंह समेत अन्य सांसद मौजूद रहेंगे। 


एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान आज से आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं। विधानसभा चुनाव के बाद चिराग पासवान में इससे यात्रा की रूपरेखा तय की थी चिराग पहले धन्यवाद यात्रा करने वाले थे लेकिन उनके चाचा पशुपति पारस में जिस तरह पार्टी में बगावत किया उसके बाद यात्रा का नाम बदलकर आशीर्वाद यात्रा कर दिया गया है। चिराग पासवान अपने चाचा पशुपति पारस के संसदीय क्षेत्र हाजीपुर से ही इस यात्रा की शुरुआत करने जा रहे हैं। चिराग पासवान सबसे पहले पटना हाईकोर्ट स्थित डॉ अंबेडकर की प्रतिमा के पास पहुंचेंगे और माल्यार्पण के बाद गांधी सेतु होते हुए हाजीपुर के लिए रवाना हो जाएंगे। हाजीपुर में दिनभर के कार्यक्रम के बाद लोगों से मिलते हुए चिराग पासवान वापस देर शाम पटना लौटेंगे। 


उधर प्रदेश से एलजेपी कार्यालय में पशुपति पारस खेमे की तरफ से रामविलास पासवान की जयंती मनाई जाएगी। इस मौके पर सूरजभान सिंह के अलावे सांसद वीणा देवी, महबूब अली केसर और चंदन सिंह मौजूद रहेंगे। हालांकि चिराग पासवान के चचेरे भाई प्रिंस राज के शामिल होने की संभावना बेहद कम है। एक तरफ पशुपति पारस अपनी ताकत दिखाने की कोशिश करेंगे तो वहीं दूसरी तरफ चिराग हर जिले में एलजेपी के संगठन के जरिए रामविलास पासवान की जयंती मनाकर यह मैसेज देना चाहेंगे कि पार्टी अभी भी उन्हीं के पास है और चाचा पारस का दावा बेबुनियाद है।