BIHAR NEWS : जदयू के पूर्व विधायक विश्वनाथ सिंह का पटना में निधन, मनिहारी विधानसभा क्षेत्र में शोक की लहर Chirag Paswan: चिराग पासवान और उनके जीजा ने खुदकुशी के लिए मजबूर कर दिया: महिला कारोबारी ने जहर खाया, सुसाइड नोट में लिखी अपनी पीड़ा Multi Model Hub: पटना वालों जाम में फंसने की टेंशन भूल जाइए! इस दिन से शुरू होगा 'मल्टी मॉडल हब', देखिए डिटेल्स BPSC Exam: रद्द होगी BPSC 70वीं पीटी परीक्षा! आज पटना हाईकोर्ट करेगा फैसला BIHAR BOARD : बिहार बोर्ड का नया ऐलान ! 5 फरवरी तक जूता पहनकर एग्जाम देने आ सकते हैं इंटरमीडिएट के स्टूडेंट, लेट आने पर होगा यह एक्शन Bihar School News : बदल गया MDM का मेन्यू, अब किस दिन क्या मिलेगा, शिक्षा विभाग ने सबकुछ बताया Budget 2025 : आज से संसद के बजट सत्र की शुरुआत, जानें निर्मला सीतारमण के तरफ से बजट पेश करने का समय व तारीख लड़की को गोली मारने के बाद युवक ने खुद को भी मारी गोली, मौत के बाद इलाके में सनसनी चरस तस्करी मामले में कोर्ट ने सुनाई सजा, चेलवा और बैला को 14 साल की सजा अतिथि शिक्षकों को हटाने के आदेश को HC ने किया निरस्त, अब स्कूलों में तैनात रहेंगे गेस्ट टीचर
10-Oct-2020 04:25 PM
VAISHALI : केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन के बाद पूरे बिहार में शोक की लहर है. परिजनों, पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आम जनता में भी काफी मायूसी देखने को मिल रही है. खासकर हाजीपुर के अकबरपुर मलाही गांव का माहौल गमगीन है. दरअसल अकबरपुर मलाही गांव से स्वर्गीय रामविलास पासवान का गहरा रिश्ता था. इस गांव को उन्होंने गोद लिया था और यहां के लोगों की देखभाल में दिन-रात लगे रहते थे.
उनके निधन के बाद अकबरपुर मलाही गांव में तीन दिनों से किसी के घर में चूल्हा नहीं जला है. टीवी पर मौत की खबर सुनने के बाद से ही वहां की महिलाओं ने न तो खाना बनाया है और न ही खाया है. महिलाओं का कहना है कि जब तक उनके चहेते नेता का अंतिम संस्कार नहीं हो जाता है तब तक उनके घरों में खाना नहीं बनेगा.
आपको बता दें कि अकबरपुर मलाही गांव की ये महिलाएं लोजपा या किसी अन्य पार्टी से जुड़ी हुई नहीं हैं. इन्हें किसी केन्द्रीय मंत्री के जाने का गम नहीं है बल्कि अपने मसीहा के नहीं रहने का दुख है. उनका कहना है कि हर नेता की मैय्यत पर आंसू निकले, ये जरूरी नहीं. रामविलास हमारे नेता नहीं बल्कि मसीहा थे. हाजीपुर से करीब 30 किमी दूर सराय को उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद गोद लिया था. आज जब उनका अंतिम संस्कार पटना में होना है तो हाजीपुर से बड़ी संख्या में लोग उनके अंतिम दर्शन को पटना भी पहुंचे हैं.