ब्रेकिंग न्यूज़

Chhath Puja 2025: छठ पूजा को लेकर दिल्ली सरकार का बड़ा फैसला, महापर्व में अब इतने दिन की रहेगी छुट्टी Chhath Puja 2025: छठ पूजा को लेकर दिल्ली सरकार का बड़ा फैसला, महापर्व में अब इतने दिन की रहेगी छुट्टी JNVST 2026 कक्षा 9वीं और 11वीं प्रवेश: आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ी, अब इस डेट तक करें रजिस्ट्रेशन; जानिए क्या है एग्जाम पैटर्न Rishabh Tandon Death: बॉलीवुड इंडस्ट्री से एक दुखद खबर, दिल का दौरा पड़ने से सिंगर-एक्टर ऋषभ टंडन का निधन Bihar Election 2025: प्रशांत किशोर की पार्टी के उम्मीदवार के काफिले पर पथराव, स्कॉर्पियो का शीशा टूटा; साजिश के आरोप Bihar Election 2025: प्रशांत किशोर की पार्टी के उम्मीदवार के काफिले पर पथराव, स्कॉर्पियो का शीशा टूटा; साजिश के आरोप Bihar Assembly Election : महागठबंधन की फ्रेंडली फाइट वाली सीटों का क्या होगा? लालू से मिलने के बाद बोले गहलोत - 5-10 सीटों पर कोई बड़ी बात नहीं Bihar Election : वोटिंग से पहले ही महागठबंधन का एक और विकेट गिरा, इस विधानसभा सीट के प्रत्याशी का नामांकन रद्द; अब छोटी पार्टी से होगा NDA का टक्कर PM Modi Bihar Visit: कर्पूरीग्राम से पीएम मोदी करेंगे बिहार में चुनावी शंखनाद, प्रधानमंत्री की जनसभा को लेकर NDA ने झोंकी ताकत Chhath Puja : दिल्ली में भव्य छठ महापर्व की तैयारी, मुख्यमंत्री बोलीं – जितनी भव्य दिवाली रही उतनी ही दिव्य होगी छठ पूजा, फूलों की बारिश और चाय-पानी का इंतजाम

रामविलास के निधन के बाद तीन दिनों से नहीं जला इस गांव में चूल्हा, चारों ओर मातम का माहौल

1st Bihar Published by: Updated Sat, 10 Oct 2020 04:25:20 PM IST

रामविलास के निधन के बाद तीन दिनों से नहीं जला इस गांव में चूल्हा, चारों ओर मातम का माहौल

- फ़ोटो

VAISHALI : केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन के बाद पूरे बिहार में शोक की लहर है. परिजनों, पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आम जनता में भी काफी मायूसी देखने को मिल रही है. खासकर हाजीपुर के अकबरपुर मलाही गांव का माहौल गमगीन है. दरअसल अकबरपुर मलाही गांव से स्वर्गीय रामविलास पासवान का गहरा रिश्ता था. इस गांव को उन्होंने गोद लिया था और यहां के लोगों की देखभाल में दिन-रात लगे रहते थे. 


उनके निधन के बाद अकबरपुर मलाही गांव में तीन दिनों से किसी के घर में चूल्हा नहीं जला है. टीवी पर मौत की खबर सुनने के बाद से ही वहां की महिलाओं ने न तो खाना बनाया है और न ही खाया है. महिलाओं का कहना है कि जब तक उनके चहेते नेता का अंतिम संस्कार नहीं हो जाता है तब तक उनके घरों में खाना नहीं बनेगा. 


आपको बता दें कि अकबरपुर मलाही गांव की ये महिलाएं लोजपा या किसी अन्य पार्टी से जुड़ी हुई नहीं हैं. इन्हें किसी केन्द्रीय मंत्री के जाने का गम नहीं है बल्कि अपने मसीहा के नहीं रहने का दुख है. उनका कहना है कि हर नेता की मैय्यत पर आंसू निकले, ये जरूरी नहीं. रामविलास हमारे नेता नहीं बल्कि मसीहा थे. हाजीपुर से करीब 30 किमी दूर सराय को उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद गोद लिया था. आज जब उनका अंतिम संस्कार पटना में होना है तो हाजीपुर से बड़ी संख्या में लोग उनके अंतिम दर्शन को पटना भी पहुंचे हैं.