DESK : बीती 22 जनवरी को रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का अयोध्या आगमन निरंतर जारी है। अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू पूरी कैबिनेट के साथ अयोध्या दर्शन कर चुके हैं। वहीं अब रविवार को उत्तर प्रदेश की सरकार रामलला के समक्ष नतमस्तक होगी। सीएम योगी के साथ विधायक और मंत्री भी भगवान राम के दर्शन करेंगे।
दरअसल, यह पहला अवसर होगा, जब एक साथ इतनी बड़ी संख्या में विधायकगण रामलला का दर्शन करेंगे। भाजपा के विधायकों की संख्या ही 254 है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सभी मंत्री व विधायक रामलला का साक्षात्कार करेंगे। मुख्यमंत्री दोपहर 12 बजे महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचेंगे। मंत्रिमंडल के सदस्य एवं विधायक 10 लग्जरी बसों से यहां आएंगे। बसों में राम धुन भी बजेगी। पहले मुख्यमंत्री ने एक फरवरी को ही सभी मंत्रियों व विधायकों के साथ दर्शन करने की योजना बनाई थी।
सीएम ने स्वयं यह घोषणा की थी, लेकिन रामनगरी में श्रद्धालुओं की अत्यधिक संख्या होने के कारण सीएम ने दौरा स्थगित कर दिया। 23 जनवरी को रिकार्ड करीब पांच लाख श्रद्धालुओं ने भगवान रामलला का दर्शन किया था, लेकिन स्थिति पुलिस प्रशासन के हाथ से बाहर निकलने लगी थी। स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अयोध्या आकर यातायात एवं अन्य व्यवस्थाओं पर अधिकारियों के साथ रणनीति बनानी पड़ी।
अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों व मंत्रि परिषदों का अयोध्या दौरा भी निर्धारित हो गया था, लेकिन सभी के दर्शन-पूजन के कार्यक्रम को री-शेड्यूल किया जा रहा है। गत बुधवार को अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने मंत्री परिषद के साथ भगवान रामलला का दर्शन किया था। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के विधायकों का अयोध्या दौरा रविवार को तय किया गया है। हालांकि, सप्ताहांत पर भी श्रद्धालुओं की संख्या काफी अधिक हो सकती है।
शनिवार को भी लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या में दर्शन-पूजन को एकत्र हुए, जिन्हें नियंत्रित करने में पुलिस-प्रशासन को पसीना छूट गया। हनुमानगढ़ी पर दर्शनार्थियों की कतार करीब एक किलोमीटर लंबी रही। माना जा रहा है कि रविवार का अवकाश होने से लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या आ सकते हैं। इसलिए पुलिस-प्रशासन को भी विशेष प्रबंध करने पड़ेंगे।