रामकृपाल के लिए लॉकडाउन से ज्यादा जनता की अहमियत, आज कम्युनिटी किचेन का लिया जायजा

रामकृपाल के लिए लॉकडाउन से ज्यादा जनता की अहमियत, आज कम्युनिटी किचेन का लिया जायजा

PATNA : बिहार में 1 जून तक लॉकडाउन का हवाला देते हुए नीतीश सरकार ने अपने ही मंत्रियों के बाहर निकलने पर रोक लगा दी है. मंत्रियों को अपने घर या फिर दफ्तर से वर्चुअल मोड में काम करने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा कई विधायक और सांसद यह कह रहे हैं कि संबंधित जिलों के डीएम उन्हें फोन कर क्षेत्र में नहीं घूमने की सलाह दे रहे हैं. बावजूद इसके पाटलिपुत्र से बीजेपी के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव हर दिन जनता के बीच गुजार रहे. 


बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव कभी जलजमाव से निजात दिलाने के लिए सड़क पर नजर आ रहे हैं तो कभी कोरोना से पीड़ित मरीजों का हालचाल लेने के लिए अस्पतालों में जा रहे हैं. पाटलिपुत्र से बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव ने आज कम्युनिटी किचन का औचक निरीक्षण किया. रामकृपाल यादव आज विक्रम प्रखंड के सामुदायिक किचन पहुंचे और वहां इंतजामों का जायजा लिया.


रामकृपाल यादव को ना तो सरकार के आदेश की परवाह है और ना ही इस बात की चिंता की जनता के लिए अगर जमीन पर उतर कर वह काम कर रहे हैं तो लॉकडाउन के नियमों की अनदेखी हो रही है. रामकृपाल यादव की राजनीति जनता के बीच ही फलती फूलती रही है और आपदा महामारी के इस दौर में भी उन्होंने अपना राजनीतिक मिजाज नहीं बदला है. विक्रम प्रखंड में आज कम्युनिटी किचन का जायजा लेने के दौरान उन्होंने कई आवश्यक निर्देश दिए. 


भाजपा सांसद ने मौके पर मौजूद अंचलाधिकारी को निर्देश दिया कि सामुदायिक किचेन में साफ- सफाई की व्यवस्था को और दुरुस्त किया जाये. उन्होंने बन रहे खाना की गुणवत्ता को देखा. उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार और राज्य सरकार के सहयोग लॉक डाउन में लोगो को मुफ्त खाना खिलाया जा रहा है. कोरोना काल में कोई गरीब भूखा नही रहे उसके लिए भी राशन कार्डधारियों को मुफ्त अनाज की व्यवस्था भी की जा रही है. 


पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र के सभी प्रखंडों में सामुदायिक किचेन सफलतापूर्वक चल रही है. आगामी 30 मई को सभी भाजपा कार्यकर्ता सेवा ही संगठन अभियान के तहत प्रधानमंत्री की मन की बात सुनेंगे और उसके बाद सभी पंचायत के दो गांव में सेवा अभियान चलाएंगे. औचक निरीक्षण के दौरान बिक्रम प्रखंड के भाजपा अध्यक्ष तेज नारायण शर्मा भी मौजूद थे.