PATNA: तीन महीने तक गायब रहने के बाद जब लालू प्रसाद यादव के लाल अपनी जड़े जमाने निकले तो राम का नाम ही काम आया. रामधुन के सहारे ही तेजस्वी और तेजप्रताप यादव प़टना स्टेशन के पास दूध मंडी में पूरी रात धरना पर बैठे रहे. FIRST BIHAR की टीम रात भर तेजस्वी और तेजप्रताप के धरना स्थल पर मौजूद रही.
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दूध मंडी में तेजस्वी का धरना
बुधवार की दोपहर नगर निगम की टीम ने पटना स्टेशन के पास बने दूध मंडी को अतिक्रमण मुक्त कराया था. दरअसल ये दुध मंडी राज्य सरकार की जमीन पर बनी थी, नगर निगम ने सरकारी जमीन को खाली कराकर वहां नया निर्माण कराने का प्लान किया है. दूध मंडी को अतिक्रमण मुक्त कराने की खबर शाम में तेजस्वी यादव तक पहुंची और उन्होंने ये मौका जाया नहीं जाने दिया. शाम ढ़लते ही तेजस्वी यादव दूध मंडी पहुंचे और सरकारी कार्रवाई के खिलाफ धरने पर बैठ गये. इस बीच जोरदार बारिश आयी लेकिन तेजस्वी वहीं जमे रहे.
राम का नाम बना सहारा
तेजस्वी के समर्थन में राजद के कई विधायक और समर्थक धरना पर बैठे. खुद को कृष्ण करार दे चुके तेजप्रताप यादव भी वहां पहुंच कर धरना पर बैठ गये. लेकिन रात ढ़लने के साथ ही उनका विश्वास डगमगाने लगा. ऐसे में राम का नाम सहारा बना. तेजस्वी के समर्थकों की टोली ढ़ोल और झाल के साथ धरना स्थल पर पहुंची और राम धुन शुरू हो गया. पूरी रात राम धुन जारी रहा और इसके ही सहारे तेजस्वी और उनके समर्थक धरना पर बैठे रहे.