DELHI: लोकसभा से नागरिकता संशोधन बिल पास कराने के बाद अब राज्यसभा में मोदी सरकार की अग्नि परीक्षा है. नागरिकता संशोधन विधेयक-2019 आज राज्यसभा में पेश किया जाएगा. दोपहर 2 बजे इस बिल पर चर्चा की जाएगी. चर्चा के लिए 6 घंटे का वक्त रखा गया है, जिसके बाद इस पर वोटिंग होगी. राज्यसभा में बिल पास करवाने को लेकर बीजेपी के पास अकेले बहुमत नहीं है. ऐसे में बीजेपी को सहयोगी पार्टियों की जरूरत होगी.
बिल पास करवाने और राज्यसभा में तय मानक से कम सदस्य होने के कारण बीजेपी ने राज्यसभा सासंदों के लिए व्हिप जारी कर दिया है. बड़ी बात ये है कि लोकसभा में बिल का समर्थन करने वाली शिवसेना का राज्यसभा के लिए रूख साफ नहीं है. शिवसेना ने लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पर बीजेपी का साथ देते हुए विधेयक के पक्ष में मतदान किया, लेकिन राज्यसभा में विधेयक का समर्थन करने से पहले शर्त रख दी है. शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा है कि नागरिकता विधेयक में स्पष्टता के बगैर शिवसेना राज्यसभा में इसका समर्थन नहीं करेगी. लोकसभा में इस विधेयक को पारित करने के दौरान हमारे सांसदों ने कुछ सवाल उठाए थे, जब तक लोकसभा में उठाए गए सवालों का जवाब नहीं मिल जाता शिवसेना राज्यसभा में बिल का समर्थन नहीं करेगी.
आपको बता दें कि राज्यसभा में अभी सांसदों की कुल संख्या 240 है. बिल पास करवाने के लिए 121 सांसदों का समर्थन चाहिए. एनडीए के पास 116 सांसदों का समर्थन है. वहीं बीजेडी के 7 सांसद बिल के समर्थन में वोट करेंगे. वाईएसआर कांग्रेस के 2 सांसद भी बिल का समर्थन कर सकते हैं. यानी एनडीए को 125 सांसदों का समर्थन मिलता दिख रहा है.