PATNA: देश समेत बिहार में एक बार फिर से कोरोना ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है। राज्य में कोरोना वायरस से एक और मौत हो गई है। पटना एम्स में बुधवार को 65 वर्षीय संक्रमित ने दम तोड़ दिया। इसके साथ ही पटना से 82 सहित बिहार में बुधवार को कोरोना के 163 मरीज सामने आए। सबसे बड़ी बात है कि चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (सीएनएलयू) के 7 छात्र कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इसके कारण विश्वविद्यालय प्रशासन ने फाइनल सेमेस्टर को छोड़कर बाकी सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं।
दरअसल, राज्य में कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। कोरोना मरीज मिलने के मामले में बिहार देश में 15 वें पायदान पर है। यहां एक दिन पहले 118 संक्रमित मिले थे। इसके बाद अब एक मरीज की मौत की भी खबर निकल कर सामने आई है। इससे स्वास्थ्य महकमे और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कुल मरीजों में पटना से 82 हैं। इसके बाद भागलपुर से 22 संक्रमित मिले हैं। अन्य जिलों में बांका से छह, बेगूसराय से दो, भोजपुर से एक, दरभंगा से एक, पूर्वी चम्पारण से एक, गया से सात, जहानाबाद से एक, कटिहार से एक, खगड़िया से नौ, किशनगंज से दो, मधेपुरा से पांच, मधुबनी से सात, मुजफ्फरपुर से सात, नालंदा से दो, सहरसा से चार, सारण से एक और पश्चिम चम्पारण से दो संक्रमित मिले हैं।
वहीं, सीएनएलयू में एक साथ सात पॉजिटिव मरीज मिलने से फाइनल सेमेस्टर की परीक्षा देने से उन्हें मना कर दिया गया है।
संक्रमित छात्रों की परीक्षा जुलाई में ली जाएगी। हालांकि, सात छात्रों के संक्रमित होने पर दूसरे छात्रों ने बुधवार से शुरू हुई अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा को स्थगित करने की मांग की, लेकिन विवि प्रशासन ने इनकार कर दिया। इससे खफा छात्रों ने परीक्षा शुरू होने से पहले हंगामा किया। छात्रों ने कहा कि करीब 50 छात्रों का टेस्ट कराया गया है। इनमें सात की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। कुलसचिव मनोरंजन भारती ने बताया कि जिन छात्रों को कोविड हुआ था, उन्हें घर भेज दिया गया। अगर पैंडमिक की स्थिति बनती है तो ही अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा को स्थगित होगी।
आपको बताते चलें कि, राज्य में 46 हजार 467 लोगों की जांच हुई। जिसमें 100 से अधिक मरीज संक्रमित मिले। वहीं, राज्य के अंदर अभी भी वैशाली, प. चंपारण, सारण, रोहतास, पूर्णिया, नालंदा मुंगेर, किशनगंज, जहानाबाद, गोपालगंज, दरभंगा, भोजपुर, औरंगाबाद में जांच की रफ्तार धीमी है। विभाग इन जिलों में जांच में और तेजी लाने को कहा है ताकि वास्तविक संख्या सामने आए।