रेल मंत्री होकर भी लाल बहादुर शास्त्री ने मां से छिपाई थी ये बात

 रेल मंत्री होकर भी लाल बहादुर शास्त्री ने मां से छिपाई थी ये बात

 PATNA :  2 अक्टूबर 2019 को भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 116वीं जयंती है। सादगी भरी जीवन जीने वाले शास्त्री जी एक कुशल नेतृत्व वाले गांधीवादी नेता थे।लाल बहादुर शास्त्री  के जीवन से जुड़े बेहद  किस्से आपने सुने होंगे, चलिए आपको उन्के जीवन से जुड़े एक किस्से  को  बताते हैं ।  जब लाल बहादुर शास्त्री  रेल मंत्री बने  तब उन्होंने अपनी माँ  का नहीं बताया था की वह रेल मंत्री है उन्होंने मां को  बताया था कि वो रेलवे में नौकरी करते  हैं । लाल बहादुर शास्त्री एक बार किसी कार्यक्रम में आए थे वंहा उनकी मां भी  पूछते पूछते पहुंची कि मेरा बेटा भी या है, वह भी रेलवे में है।

लोगों ने पूछा क्या नाम है जब उन्होंने नाम बताया तो सब चौंक गए " बोले यह झूठ बोल रही है"। पर वह बोली, "नहीं वह आए हैं"। लोगों ने उन्हें लाल बहादुर शास्त्री जी के सामने ले जाकर पूछा," क्या वही है?"तो मां बोली "हां वह मेरा बेटा है "लोग फिर मंत्री जी के पास गये और दिखा कर बोले "क्या वह आपकी मां है" तब शास्त्री जी ने अपनी मां को बुला कर अपने पास बिठाया और कुछ देर बाद घर भेज दिया।

तो पत्रकारों ने पूछा "आपने उनके सामने भाषण क्यों नहीं दिया" । तो वह बोले-मेरी मां को नहीं पता कि मैं मंत्री हूं। अगर उन्हें पता चल जाए तो वह लोगों की सिफारिश करने लगेगी और मैं मना भी नहीं कर पाऊंगा।..... और उन्हें अहंकार भी हो जाएगा।जवाब सुनकर सब सन्न रह गए।