राबड़ी, मीसा सहित 9 आरोपियों को समन, BJP ने लालू से पूछा सवाल..बतायें नौकरी के बदले जमीन लेने का सच?

राबड़ी, मीसा सहित 9 आरोपियों को समन, BJP ने लालू से पूछा सवाल..बतायें नौकरी के बदले जमीन लेने का सच?

PATNA: लैंड फॉर जॉब मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट ने लालू परिवार के खिलाफ समन जारी किया है। ED की चार्जशीट पर कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, उनकी बेटी एवं राज्यसभा सांसद मीसा भारती, दूसरी बेटी हेमा यादव सहित 9 आरोपियों को 9 फरवरी को हर हाल में कोर्ट ने पेश होने को कहा है। स्पेशल कोर्ट की समन के बाद बीजेपी ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से सवाल किया है। बीजेपी ने पूछा है कि लालू जी बतायें कि नौकरी के बदले जमीन लेने की सच्चाई क्या थी?


बिहार पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नौकरी के बदले जमीन मामले में विशेष न्यायालय के संज्ञान लेने और राबड़ी देवी, मीसा यादव सहित 9 आरोपियों को कोर्ट में नौ फरवरी को उपस्थित होने का समन मिलने पर लालू प्रसाद को बताना चाहिए कि सच क्या है। उन्होंने कहा कि ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के आरोप पत्र में न्यायालय के समक्ष ठोस प्रमाण रखे गए हैं, इसलिए लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को राजनीतिक बयान देने के बजाय तथ्यपरक जवाब देना चाहिए।


सुशील मोदी ने कहा कि उन्हें देश की जांच एजेंसियों को बताना ही होगा कि ये अमित कात्याल कौन है, जिसकी कंपनी ने रेलवे में नौकरी पाने वालों की जमीन खरीदी? उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव बताएँ कि वे दिल्ली में न्यू फ्रेंड्स कालोनी के 150 करोड़ के मकान डी-1088 के मालिक कैसे बन गए और कौन हैं हृदयानंद चौधरी, जिन्होंने रेलवे के ग्रुप-डी की नौकरी पाने के बदले अपनी कीमती जमीन राबड़ी देवी और हेमा यादव को गिफ्ट कर दी?


उन्होंने कहा कि एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मालिक अमित कात्याल की गिरफ्तारी के बाद परिवार पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है। सुशील मोदी ने कहा कि ये वही अमित कात्याल (एके) हैं जिन्होंने राबड़ी देवी की सरकार के समय बिहटा में शराब की फैक्ट्री लगायी थी और बदले में अपनी कंपनी एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के सारे सारे शेयर मात्र 1 लाख रुपये में तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी को बेच दिये थे।