बिहार पॉलिटिक्स की मिस्ट्री गर्ल पुष्पम प्रिया चौधरी ने पहले दिन विज्ञापन पर 1 करोड़ रुपए खर्च किये, अभी करोडों खर्च करने की है तैयारी

बिहार पॉलिटिक्स की मिस्ट्री गर्ल पुष्पम प्रिया चौधरी ने पहले दिन विज्ञापन पर 1 करोड़ रुपए खर्च किये, अभी करोडों खर्च करने की है तैयारी

PATNA: 8 मार्च को बिहार के तमाम अखबारों में दो पन्ने के विज्ञापन के साथ इंट्री मारने वाली मिस्ट्री गर्ल पुष्पम प्रिया चौधरी ने पहले ही दिन विज्ञापन पर तकरीबन एक करोड़ रूपये खर्च कर दिये. पुष्पम प्रिया चौधरी के पिता विनोद चौधरी कह रहे हैं कि उन्हें नहीं मालूम की बेटी इतने पैसे कहां से ला रही है. लेकिन जानकार बता रहे हैं कि अभी करोड़ों रूपये और खर्च करने की तैयारी है.


पहले दिन एक करोड़ का खर्च

पुष्पम प्रिया चौधरी ने 8 मार्च को बिहार के तकरीबन सभी अखबारों में जैकेट एड दिया. यानि पहले दो पेज का विज्ञापन. दिल्ली की एक एजेंसी के जरिये अखबारों में विज्ञापन बुक किया गया. विज्ञापन क्षेत्र के जानकार बता रहे हैं कि सिर्फ अखबारों में विज्ञापन पर लगभग 70 लाख रूपये का खर्च आया होगा. लेकिन खर्च सिर्फ अखबारों के विज्ञापन पर नहीं हुआ. पटना के कई प्राइम लोकेशन पर पुष्पम प्रिया चौधरी के होर्डिंग बुक हैं. कुछ जगहों पर होर्डिंग लगाये जा चुके हैं बाकी जगहों पर लगाने की तैयारी हो रही है. होर्डिंग का खर्च 20 लाख रूपये से ज्यादा बताया जा रहा है. इसके अलावा पटना में एलईडी वैन भी पहुंच चुका है. ये वैन पूरे बिहार में घूम कर पुष्पम प्रिया चौधरी का प्रचार करेगा. वैसे तो एक वैन की कीमत 20 लाख रूपये होती है लेकिन अगर इसे किराये पर भी लिया जाये तो दस लाख रूपये से कम पैसे खर्च नहीं हुए होंगे. इन तमाम खर्चों को जोडे तो पहले ही दिन पुष्पम प्रिया चौधरी ने एक करोड़ रूपये से ज्यादा खर्च कर दिये हैं. लेकिन ये तो बानगी भर है. हमने पुष्पम के नजदीकी लोगों से बात की. जानकारी मिली की प्रोफेशनल्स की पूरी टीम पुष्पम के लिए रणनीति तैयार करने में लगी है. आगे ऐसे ऐसे अस्त्र सामने आयेंगे कि बिहार में पॉलिटिक्स करने वाले चकरा जायेंगे.

बिहार सरकार में नौकरी कर चुकी है पुष्पम

लोगों ने पुष्पम प्रिया चौधरी की कुंडली तलाशनी भी शुरू कर दी है. पता चला कि पुष्पम बिहार सरकार के एक निगम में कॉट्रेक्ट पर नौकरी कर चुकी है. बिहार मेडिकल सर्विसेस एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट कॉरपोरेशन में वो काम कर चुकी है. बाद में नौकरी को छोड़ कर पुष्पम आगे की पढ़ाई के लिए लंदन चली गयी.


पुष्पम के पिता बोले-पता नहीं कहां से पैसा आ रहा है

पुष्पम के पिता और जेडीयू के नेता विनोद कुमार चौधरी से हमने सवाल पूछा कि आखिरकार पुष्पम के पास इतने पैसे कहां से आ रहे हैं. विनोद चौधरी ने कहा कि उन्हें पता नहीं कि पुष्पम कहां से पैसे ला रही है. हो सकता है आम लोग उसे मदद दे रहे हों. विनोद चौधरी कह रहे हैं कि जेपी ने भी एक वोट-एक नोट का नारा दिया था और लोगों ने पैसे की कमी नहीं होने दी थी. पुष्पम के पास भी वैसे ही पैसे आ रहे होंगे.


पिता ने कहा-बेटी को पूरा समर्थन

पुष्पम के पिता विनोद चौधरी लंबे अर्से से जेडीयू से जुड़े रहे हैं. उनके पिता उमाकांत चौधरी भी जेडीयू के नेता रहे हैं. विनोद चौधरी दरभंगा स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से जेडीयू के विधान पार्षद रहे हैं. हालांकि पिछला चुनाव वे हार गये थे. विनोद चौधरी ने आज मीडिया से बात करते हुए कहा कि बेटी को उनका पूरा समर्थन है. बेटी अगर अच्छा काम करने चली है तो वे उसका समर्थन करेंगे ही. हालांकि विनोद चौधरी खुद को अभी भी जेडीयू का ही सदस्य बता रहे हैं. विनोद चौधरी ने कहा कि फिलहाल वे जेडीयू में हैं. उनकी बेटी ने अपनी पार्टी बनायी है लेकिन अभी उन्होंने बेटी की पार्टी में जाने पर फैसला नहीं लिया है. समय और परिस्थिति को देखकर वे बेटी की पार्टी में जाने का फैसला लेंगे. 


कौन है पुष्पम प्रिया चौधरी

दरअसल कल बिहार के अखबारों में छपे एक विज्ञापन ने राजनीतिक गलियारों में सनसनी मचा दी है. इस विज्ञापन में पुष्पम प्रिया चौधरी नाम खुद को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है. बिहार के सियासी गलियारे के भी ज्यादातर लोग पुष्पम प्रिया चौधरी के बारे में नहीं जानते थे. छानबीन के बाद पता चला कि पुष्पम कोई और नहीं बल्कि जेडीयू नेता विनोद चौधरी की बेटी है जो लंदन में रहती है. पुष्पम प्रिया चौधरी ने नई राजनीतिक पार्टी 'प्लूरल्स' बनाया है. वह कहां से चुनाव लड़ेंगी, उनके साथ कौन-कौन से नेता हैं ऐसी कोई जानकारी अब तक नहीं दी गयी है. उन्होंने अपने विज्ञापन में लिखा है कि जो बिहार से प्यार करते हैं और राजनीति से नफरत उनके लिए ये सही प्लेटफॉर्म है. पुष्पम लोगों से उनकी पार्टी ज्वाइन कर सत्ता में बैठे लोगों से ताकत छीनने को कह रही हैं. पुष्पम के ट्वीटर और फेसबुक प्रोफाइल के मुताबिक उन्होंने इंग्लैंड के द इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज विश्वविद्यालय से एमए इन डेवलपमेंट स्टडीज और लंदन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स एंड पॉलीटिकल साइंस से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एमए किया है.