DESK: पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय बांगर के बेटे, जो अब अनाया बांगर के नाम से जानी जाती हैं, हाल ही में उन्होंने अपने जीवन से जुड़े एक बड़े बदलाव का खुलासा किया है। पहले उनका नाम आर्यन था, लेकिन उन्होंने हॉरमोन रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद खुद को एक ट्रांसजेंडर महिला के रूप में पहचाना और अब उन्हें अनाया बांगर के नाम से जाना जाता है। सर्जरी के 10 महीने बाद अनाया ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर कर इसकी जानकारी दी।
संजय बांगर के बारे में बात करें तो वह 2014 से 2018 तक भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाजी कोच रहे हैं। इस दौरान अनिल कुंबले और रवि शास्त्री मुख्य कोच थे। संजय बांगर ने भारत के लिए 12 टेस्ट और 15 वनडे मैच खेले हैं। इसके अलावा उन्होंने आईपीएल में भी कोचिंग का अनुभव लिया है। 2022 में वह रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के मुख्य कोच रहे और 2023 में पंजाब किंग्स के लिए क्रिकेट डेवलपमेंट के प्रमुख के रूप में काम किया।
दरअसल, अपनी पोस्ट में अनाया ने लिखा कि, क्रिकेट खेलते हुए अपने सपनों को पूरा करना हमेशा आसान नहीं था। मैदान पर मेहनत करना और दूसरों की शंकाओं का सामना करना उनके लिए मुश्किल था, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उन्होंने लिखा कि क्रिकेट के अलावा उनका एक और सफर भी था — खुद को समझने और अपनी पहचान को अपनाने का। अनाया ने बताया कि अपने असली रूप को अपनाने के लिए उन्हें बहुत से कठिन फैसले लेने पड़े और यह सफर आसान नहीं था।
आज अनाया को गर्व है कि वह अपने पसंदीदा खेल का हिस्सा हैं, चाहे किसी भी स्तर पर खेलें। अब वह सिर्फ एक एथलीट नहीं हैं बल्कि अपने असली रूप में जी रही हैं, और यह उनके लिए सबसे बड़ी जीत है। फिलहाल अनाया मैनचेस्टर में रहती हैं और वहां के एक काउंटी क्लब के लिए क्रिकेट खेल रही हैं। हालांकि उन्होंने क्लब का नाम नहीं बताया, लेकिन उनकी इंस्टाग्राम वीडियो से पता चलता है कि उन्होंने एक मैच में 145 रन बनाए थे। अनाया का यह सफर उनके आत्मविश्वास और अपने सपनों के प्रति उनकी सच्ची प्रतिबद्धता को दर्शाता है।