मौसी की बेटी से एकतरफा प्यार करने वाले सनकी ने बीच सड़क पर मचाया तांडव, विरोध करने पर चलाई बहन के ऊपर गोली हाजीपुर में बोले विजय सिन्हा..जिस दिन तेजस्वी अपने पिता लालू की राह को छोड़ देगा, उसी दिन देश से आतंकवाद का सफाया हो जाएगा Bihar Crime News: अंशु हत्याकांड का खुलासा, दोस्त ही निकला कातिल CISCE ISC ICSE Board Result 2025: 10वीं-12वीं का रिजल्ट कल होगा जारी, इस तरह से करें चेक Mob Lynching: “पाकिस्तान जिंदाबाद” बोलने पर युवक की हत्या, 15 गिरफ्तार घरेलू विवाद ने लिया खौफनाक मोड़: पति ने पत्नी का सिर मुंडवाया, गाली-गलौज और धमकी के बाद FIR दर्ज Bihar News: बिहार के इस जिले में खुदाई के दौरान मिली अष्टधातु की बेशकीमती मूर्ति, दर्शन के लिए जमा हुई लोगों की भीड़ चारधाम यात्रा 2025: पहलगाम हमले के बाद उत्तराखंड में सुरक्षा के कड़े प्रबंध, 6000 पुलिसकर्मी और अर्धसैनिक बल की तैनाती राज्य में ‘स्वच्छ बिहार’ पोर्टल लॉन्च, स्वच्छता और पारदर्शिता की दिशा में एक बड़ा कदम Czech Princess's Lost Ring: राजकुमारी की 22 लाख की अंगूठी खोई तो 2 दिन में ढूंढ कर निकाला, ठुकराए इनाम के 5 लाख रुपए
1st Bihar Published by: Updated Sun, 03 Jul 2022 04:08:42 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : राजधानी पटना से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है बीजेपी के पूर्व विधायक चितरंजन शर्मा के चाचा अभिराम शर्मा और अभिराम शर्मा के बेटे दिनेश शर्मा की हत्या के मामले में कुख्यात छोटे सरकार को गिरफ्तार किया गया है।
गौरतलब है कि 31 मई 2022 को काली मंदिर रोड पत्रकारनगर थानाक्षेत्र में अरवल के पूर्व विधायक चितरंजन सिंह के दो सगे भाइ शम्भू सिंह व गौतम सिंह की हथियारबन्द अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस संबंध में पत्रकारनगर थाने केस दर्ज हुआ था। मामले में नामजद अभियुक्त बबलू सिंह उर्फ हरेंद्र सिंह को पहले ही पटना से गिरफ्तार किया गया था।
गिरफ्तार बबलू सिंह उर्फ हरेन्द्र ने बताया था कि 1992 में गठित पांडव गिरोह के बचे सदस्यों संजय सिंह एवं चितरंजन सिंह के बीच चली आ रही दशकों पुरानी अदावत में ही इस घटना को संजय सिंह ने अंजाम दिया। बता दें कि 26 अप्रैल 2020 को संजय सिंह पर जानलेवा हमला हुआ था। जिसमें वे बाल-बाल बचे थे। संजय सिंह को विश्वास था कि उसके ऊपर हमला चितरंजन सिंह ने ही करवाया है। जिसके बाद से ही दोनों के बीच वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो गयी। दोनों एक दूसरे के समर्थकों और परिजनों को निशाना बनाने लगे।
26 अप्रैल 2022 को संजय सिंह गिरोह ने चितरंजन सिंह के सगे चाचा अभिराम शर्मा को उनके आवास में घुसकर मार डाला वही उनके भतीजे दिनेश शर्मा की भी हत्या दुकान में घुसकर कर दी थी। जहानाबाद और मसौढ़ी में एक ही दिन वो भी मात्र आधे घंटे के अन्तराल में हत्या कर दी थी। इन हत्याओं के प्रतिशोध में चितरंजन सिंह गुट द्वारा संजय सिंह के करीबी सुधीर कुमार की हत्या 26 मई 2022 को कर दी थी। एक माह में हुई 5 नृशंस हत्याओं को गंभीरता से लेते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक ने नगर पुलिस अधीक्षक पूर्वी, पटना के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया था।
जिसमें सहायक पुलिस अधीक्षक सदर, सहायक पुलिस अधीक्षक मसौढ़ी, थानाध्यक्ष पत्रकारनगर, मसौढ़ी व अन्य पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया। गठित टीम द्वारा तत्काल आसूचना संकलन का कार्य प्रारंभ किया गया। अनुसंधान के क्रम में पाया गया कि इन सभी घटनाओं की तिथियाँ एक ही (दिनांक- 26) थी एवं संजय सिंह गुट की ओर से कारित सभी घटनाओं में शूटर भी एक ही थे। सभी घटनायें अत्यंत ही दुःसाहसिक एवं पेशेवर तरीके से किये गये थे। अभिराम शर्मा हत्याकाण्ड, जहानाबाद को अंजाम देने के बाद अपराधियों ने करीब 15 किलोमीटर की दूरी तय कर मसौढ़ी में दिनेश शर्मा हत्याकाण्ड को अंजाम दिया था।वैज्ञानिक अनुसंधान से पता चला कि संजय सिंह का सहयोगी एवं दाहिना हाथ छोटे सरकार उर्फ अभिषेक इन घटनाओं को अंजाम दे रहा था।
पूर्व में भी दर्जनों घटनाओं को छोटे सरकार ने अंजाम दिया था। बहुचर्चित अभिषेक सिंह हत्याकाण्ड, आभवक सिह हत्याकाण्ड नौबतपुर, नारायणजी हत्याकाण्ड, बिक्रम पाण्डेय हत्याकाण्ड बिहटा, उज्जवल गोली काण्ड विक्रम को छोटे सरकार ने ही अंजाम दिया था। छोटे सरकार अपने भाई राहुल के साथ मिलकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता है। टीम ने जब जांच शुरू की तब इस बात का भी पता चला कि छोटे सरकार को एक राजनेता ने अपनी बेटी की हत्या करने का सुपारी दिया था। बोरिंग रोड चौराहा के एक बड़े व्यवसायिक प्रतिष्ठान से महिला जुड़ी है।
महिला राजनेता की बेटी है जिसने अपनी मर्जी से अन्तरजातीय विवाह किया है। इस घटना को अंजाम देने के लिए वह रामकृष्णानगर में अपना ठिकाना बनाया हुआ था। उधर छोटे सरकार की गिरफ्तारी में पुलिस लगी हुई थी। एक महीने तक सादे लिबास में उसे पकड़ने की कोशिश में पुलिस लगी हुई थी। उसके ठिकानों को पता लगाया जा रहा था। इसी क्रम में यह सूचना मिली कि श्रीकृष्णापुरी थानाक्षेत्र में एक महिला पर 2 बाईक सवार अपराधियों ने जानलेवा हमला किया है। सूचना मिलते ही तत्काल पुलिस ने वाहनों की जांच शुरू कर दी। इसी दौरान 2 संदिग्धों को बिना नम्बर प्लेट की बाईक के साथ पत्रकारनगर थाना क्षेत्र के न्यू बाईपास स्थित रघुनंदन पथ से पकड़ा गया। तलाशी के दौरान 2 देसी पिस्टल,1 मैगजीन सहित कुल 7 जिन्दा कारतूस बरामद किये गये।
पूछताछ के दौरान पुलिस को चकमा देने की कोशिश की लेकिन अपना नाम छोटे सरकार व राहुल सिंह बताया। गहन पूछ-ताछ के क्रम में यह भी बताया कि सभी हत्याकाण्डों को इसने ही अंजाम दिया है। घटना को अंजाम देने के बाद वह नेपाल, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल राज्यों में छिप कर रह रहा था।। छोटे सरकार ने खुलासा किया कि बोरिंग रोड में ऑनर किलिंग से जुड़ी घटना को अंजाम देने के लिए वह पटना आया था।
इस एवज में सारण के पूर्व विधायक सुरेन्द्र शर्मा से 20 लाख रुपये मिलने थे। सुरेन्द्र शर्मा पूर्व में जेल जा चुके हैं। तत्काल सुरेन्द्र शर्मा एवं उनके गुर्गे ज्ञानेश्वर शर्मा को भी गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार छोटे सरकार व राहुल की निशानदेही पर 1 देसी पिस्टल, 2 जिन्दा कारतूस बरामद किया गया। गिरफ्तार सभी अभियुक्तों से गहन पूछताछ जारी है। सभी ने अपने अन्य सहयोगियों के नामों का खुलासा किया है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी जारी है।
गिरफ्तार अभियुक्तों में (1) अभिषेक सिंह उर्फ छोटे सरकार पे० रंजन कुमार शर्मा सा० सिकंदरपुर थाना बिहटा जिला पटना, (2) राहुल कुमार पे० रंजन कुमार शर्मा सा० सिकंदरपुर थाना बिहटा जिला पटना (3) सुरेन्द्र शर्मा पे0 स्व0 माधव प्रसाद शर्मा सा० रामगढ़ा थाना अवतारनगर जिला सारण (4) ज्ञानेश्वर शर्मा पे० कमलदेव शर्मा सा० शीतलपुर श्रवण टोला थाना दिघवारा जिला सारण शामिल हैं। 1 देसी पिस्टल, 2 देसी कट्टा,1 मैगजीन,9 जिन्दा कारतूस, बिना नम्बर प्लेट की बाईक बरामद किया गया है।