PURNEA: क्रांति तीर्थ अमृत महोत्सव के समापन के अवसर पर भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित विद्यालयों और महाविद्यालो में विभिन्न विधाओं की प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसको संस्कार भारती बिहार प्रदेश एवम Institute of Social and Cultural activities of India के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित करवाया गया।
विभिन्न विधाओं की प्रतियोगिताओं (काव्य पाठ,चित्रकला एवं एकल गायन आदि) में विद्या विहार के 300 से अधिक बच्चों ने भाग लिया। ज्ञात, अज्ञात, और अल्प ज्ञात क्रांतिकारियो की चर्चा आज के युवा करें और आने वाली पीढ़ी को भी इससे अवगत कराएं, यही इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य है। इस आयोजन में पूर्णिया और इसके आस पास के क्रांतिकारी कुताय साह, ध्रुव कुंडू जैसे युवा क्रांतिकारियों की चर्चा की गई कि कैसे इन्होंने आजादी के लिए अपनी खेलने कूदने की उम्र में देश के लिए प्राण न्योछावर कर दिए थे।
विद्यालय प्रशासन द्वारा कुशल तरीके से प्रतियोगिता का आयोजन करवाया गया। जिसमें वीर रस कविता पाठ, चित्रकला और देशभक्ति गीत की प्रतियोगिताओं में बच्चों ने उत्साह से हिस्सा लिया। इसमें विद्यालय के शिक्षक निर्णायक मंडली में उपस्थित रहे और उनके द्वारा चयनित प्रतिभागियों को विद्यालय स्तर पर विजेता घोषित किया गया।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय की संगीत शिक्षिका सुप्रिया मिश्रा, शिक्षक सत्यानंद कुमार, चित्रकार प्रभाष सरकार एवम हिंदी विभाग के शिक्षक,शिक्षिकाओं का अहम योगदान रहा। विद्यालय के प्रधानाध्यापक निखिल रंजन, निदेशक रंजीत कुमार पॉल एवं सहायक निदेशक दिगेंद्र नाथ चौधरी ने सभी चयनित प्रतिभागियों को बधाई दी साथ ही साथ भविष्य में जिला एवं राज्य स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया।