PATNA: 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में महागठबंधन की रैली संपन्न हुई। रैली में भारी संख्या में लोगों की भीड़ देखने को मिली। महागठबंधन के सभी सातों दलों ने एकजुट होकर शक्ति प्रदर्शन किया। रैली को संबोधित करते हुए भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि 2023 महागठबंधन के लिए कड़ी मेहनत और संघर्ष का साल है। 2024 में हिन्दुस्तान को गुजरात मॉडल से मुक्त कराना होगा। उन्होंने महागठबंधन के साथियों को एकजुट होने की बात कही।
पटना में पिछले दिनों हुए सीपीआईएम के महाधिवेशन की चर्चा करते हुए दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि महाधिवेशन के मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद शामिल हुए थे। तब सलमान खुर्शीद ने कहा था कि इस गुजरात मॉडल ने हिन्दुस्तान को बर्बाद कर दिया है। गुजरात मॉडल देश को कमजोर कर रहा है। इस गुजरात मॉडल के खिलाफ बिहार का जो मॉडल है वो देश में आगे बढ़े। गुजरात मॉडल में लूट और झूठ का अंबार है।
उन्होंने कहा कि एसबीआई और एलआईसी में जनता के जो पैसे जमा है वह कहां तक सुरक्षित है। यदि अडाणी डूबा तो उनके पैसे भी डूब जाएंगे। गुजरात की तरह बिहार में कभी दंगा और नरसंहार मॉडल नहीं बना। बिहार में जनांदोलन के साथ-साथ महागठबंधन के समन्वय से बिहार मॉडल बना है। माले के लोग हमेशा जनता के सवालों पर ही लड़ेंगे। बिहार के महागठबंधन में बिहार के गरीबों की पूरी ताकत है।
दीपांकर ने कहा कि राजनीति में अंध भक्त बन गये तो तानाशाही को दावत देंगे। जिस तरह से हमने अंग्रेजों से आजादी की लड़ाई लड़ी थी उसी तरह की लड़ाई आज भी लड़ने की जरूरत है। इतिहास को झूठलाने की कोई कोशिश करेंगे तो बिहार कतई उसे बर्दाश्त नहीं करेगा। 2024 में बहुत बड़ी लड़ाई है। जब जब बड़ा सवाल आया तब तब बिहार ने करवट ली। इस निर्णायक मोड़ पर बड़ी एकता और बड़े लक्ष्य के साथ महागबंठन एकजुट हो। 2023 कड़ी मेहनत और संघर्ष का साल है। 2024 में गुजरात मॉडल से हिन्दुस्तान को मुक्त कर लें।