DESK : 500 वर्षो के इंतजार के बाद 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या के राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न किया। इसके बाद आज यानी 23 जनवरी से आम लोगों के लिए भी राम मंदिर के कपाट खोल दिए गए हैं। इसी बीच अब जो खबर निकल कर सामने आ रही है उसके मुताबिक असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने 22 फरवरी को पूरे मंत्रिमड़ल के साथ अयोध्या के राम मंदिर जाने का फैसला किया है।
वहीं, कैबिनेट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सहृदय आभार व्यक्त करते हुए रामलला प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर देशवासियों शुभकामनाएं दीं है। सरमा ने एक्स पर एक पोस्ट में ये जानकारी देते हुए कहा कि पूरा मंत्रिमंडल 22 फरवरी 2024 को रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाएगा। मुख्यमंत्री ने लिखा कि मंत्रिमंडल ने राज्य के दस जिलों में स्थानीय परिवारों को जमीन मुहैया का फैसला लिया है।
‘मिशन बसुंधरा 2.0’ के तहत सोनितपुर, तिनसुकिया, धेमाजी, नागांव, विश्वनाथ, कामरूप (महानगर), कामरूप, बोंगाईगांव, गोलपारा और धुबरी जिले में उन लोगों को जमीन देगी जिनके पास नहीं है। उन्होंने कहा इनमें से 84% लोग अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अधिक अन्य पिछड़े वर्ग से आते है।
असम में क्वेश्र्चन पेपर लीक होने से रोकने के लिए असम पब्लिक एग्जाम बिल 2024 को कैबिनेट ने भी मंजूरी दे दी है। 5 फरवरी से शुरू होने वाले बजट सत्र में विधानसभा के सामने ये प्रस्ताव रखा जाएगाकैबिनेट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सहृदय आभार व्यक्त करते हुए रामलला प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर देशवासियों शुभकामनाएं दीं। सरमा ने एक्स पर एक पोस्ट में ये जानकारी देते हुए कहा कि पूरा मंत्रिमंडल 22 फरवरी 2024 को रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाएगा।