PATNA: खगड़िया-अगुवानी-सुल्तानगंज के बीच निर्माणाधीन महासेतु के सुपर स्ट्रक्चर के ऊपरी हिस्से के टूटकर गिरने की घटना की अब जांच होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दोषियों को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
खगड़िया-अगुवानी-सुल्तानगंज के बीच निर्माणाधीन महासेतु के सुपर स्ट्रक्चर के ऊपरी हिस्से के टूटकर गिरने की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत से मामले की विस्तृत जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव को पुल के सुपर स्ट्रक्चर टूटकर गिरने की घटना की विस्तृत जांच कराने और दोषियों को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि मामले में जो भी दोषी होंगे उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
बता दें कि बिहार में गंगा नदी पर बन रहा 1716 करोड़ का पुल आज रेत की दीवार की तरह ध्वस्त हो गया. गंगा नदी पर भागलपुर के सुल्तानगंज से खगड़िया के अगुवानी के बीच बन रहा फोरलेन पुल ऐसे ढ़हा जैसे इसे ताश के पत्तों से खड़ा किया गया था. पिछले साल इसी पुल का स्ट्रक्चर ध्वस्त हो गया था. 2014 से ही बन रहे इस पुल को पूरा करने की समय सीमा 6 दफे फेल हो चुकी थी. आज पूरा पुल की ध्वस्त हो गया.
6 बार पुल को पूरा करने की समयसीमा फेल होने के बाद बिहार सरकार ने एलान किया था कि इसी महीने यानि जून 2023 में पुल का काम पूरा हो जायेगा. लेकिन पुल पूरा नहीं हुआ बल्कि पूरी तरह ध्वस्त हो गया. हजारों ग्रामीणों के सामने पुल गिरना शुरू हुआ. लोग सकते में आ गये. स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस समय पुल गिरना शुरू हुआ उस वक्त उसके उपर कई आदमी काम कर रहे थे. ग्रामीण बड़ी तादाद में मजदूरों के मरने की आशंका जता रहे हैं. हालांकि अब तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि कितने लोग हताहत हुए है.
राज्य सरकार ने अगुवानी घाट पुल को बनाने का काम एसपी सिंगला कंपनी को दे रखा था. पिछले साल 30 अप्रैल, 2022 को इस पुल के पाया संख्या 405 और 6 के बीच सुपर स्ट्रक्चर हवा के झोंके में गिर गया था. उस वक्त ही इस पुल के निर्माण कार्य पर गंभीर सवाल खड़े हुए थे. लेकिन राज्य सरकार ने एसपी सिंघला कंपनी पर कोई कार्रवाई नहीं की. कंपनी को पुल का काम पूरा करने के लिए और समय दे दिया गया.
बता दें कि 23 फरवरी, 2014 को खगड़िया में अगुवानी घाट पुल के निर्माण के लिए आधारशिला रखी गई थी. 9 मार्च, 2015 को पुल का काम शुरू करने के लिए सीएम नीतीश कुमार ने इसके कार्यारंभ का उद्घाटन किया था. तब सरकार ने कहा था कि मार्च 2019 तक पुल का काम पूरा कर लिया जायेगा. लेकिन उस वक्त तक 25 फीसदी काम भी सही से नहीं हो पाया था. इसके बाद राज्य सरकार ने मार्च, 2020 तक समय सीमा बढ़ाई थी. फिर समय सीमा बढ़ाकर मार्च, 2022 की गई. इसके बाद जून 2022 तक समयसीमा बढ़ाई गई, लेकिन इस बीच सुपर स्ट्रक्चर गिर गया. इसके बाद दिसंबर, 2022, फिर मार्च 2023 और आखिरकार जून 2023 तक समयसीमा बढ़ायी गयी. 4 जून 2023 को पूरा पुल की ध्वस्त हो गया.