PATNA : भागलपुर में गंगा नदी पर बन रहे पुल के गिरने के बाद से बिहार सरकार लगातार निशाने पर है। बीते रविवार (4 जून) को जैसे ही पुल का तीन पाया गंगा नदी में गिरा तो ऐसा लगा कि सुनामी आ गई। प्रदेश के विपक्ष में बैठी पार्टी भाजपा लगातार सरकार से सवाल पूछ रही है। तो वहीं अब इस पूरे मामले को लेकर नीतीश के सबसे भरोसेमंद मंत्री कहे जाने वाले विजय चौधरी ने अपना पक्ष रखा है। चौधरी ने कहा है कि- वो पुल शुरू से ही कमजोर बना था,. इस वजह है गिर गया है। लेकिन, इस मामले में जो भी दोषी होगा उसपर एक्शन होगा। हमारी सरकार इसको लेकर काफी संवेदनशील है।
बिहार सरकार के मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि - भाजपा वाले जो आरोप लगा रहे हैं जो सरासर गलत है। इससे अधिक संवेदनशील सरकार क्या हो सकती है। जब इस मामले की जानकारी लगी तो खुद सीएम ने अपनी बात रख। उसी दिन हमारे उपमुख्यमंत्री और विभागीय मंत्री ने सचिव के साथ मिलकर सारी बातों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि- पुल पहले से ही कमजोर था, जैसा की जांच में ही आया था। पहले ही कुछेक दुर्घटना हुई थी और दो - चार जो पिलर्स थे उसको विभाग ने थी तोड़ा था। उसमें सही मजबूती नहीं दिया गया था। सरकार ने साफ़ कर दिया है कि, जो भी इस घटना के दोषी होंगे उनपर एक्शन लिया जाएगा।
वहीं जब उनसे यह सवाल किया गया किम जब कोई पुल गिरता है तो उसके रिकवरी का तरीका क्या होता है। जिसके जवाब में मंत्री ने कहा कि- इसके लिये तो तरीका होता है, जैसे पिछले बार जो पिलर्स तोड़ा गया था तो उसको एगेंसी के कॉस्ट पर ही वापस से बनाया गया। इसलिए उनका कितना आर्थिक नुकसान हुआ है उसका जांच करवा कर उसे पूरा करने का तरीका बनाया गया है।
इसके आलावा जब उनसे यह सवाल किया गया कि, भाजपा के तरफ से इस मामले की जांच वर्तमान कंपनी से इतर बनाया गया। देखिए यह बात जो भी कहे चाहे वह भाजपा के नेता हो या अपने दल के विधायक हो उनको समझना चाहिए कि यह किसी दल के कहने की बात नहीं है बल्कि विभाग खुद ही यह कह रहीं है कि हां इसमें गलती पाई गई थी। हम लोग उन गलतियों के परिपेक्ष में आ गए जांच ही कर रहे थे इस बीच यह घटना घटी है इसलिए हम लोग और गहराई इसे इस मामले में जांच करेंगे। इसके बाद जिसकी भी जिम्मेदारी होगी उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए। सबसे बड़ी बात है कि इसमें मुख्यमंत्री जी ने स्वयं आदेश दिया है इसलिए किसी के दाएं बाएं करने से कुछ भी नहीं होने वाला है।