क्या आम आदमी पार्टी में जायेंगे प्रशांत किशोर?आप नेता संजय सिंह ने दिया पार्टी में शामिल होने का न्योता

क्या आम आदमी पार्टी में जायेंगे प्रशांत किशोर?आप नेता संजय सिंह ने दिया पार्टी में शामिल होने का न्योता

MUMBAI: क्या जेडीयू से निष्कासित किये गये प्रशांत किशोर अपने हाथों में झाड़ू थामेंगे. झाड़ू चुनाव चिह्न वाली पार्टी यानि आम आदमी पार्टी ने तो उन्हें न्योता दे दिया है. आप के सांसद संजय सिंह ने PK को ये न्योता दिया है.

आप नेता संजय सिंह का बयान

शुक्रवार को मुंबई गये आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ये घोषणा की. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी प्रशांत किशोर को अपने साथ लेने को तैयार है. लेकिन फैसला प्रशांत किशोर को लेना है. प्रशांत किशोर को ये तय करना है कि वे किस पार्टी के साथ जायेंगे या फिर अकेले ही काम करेंगे. 

गौरतलब है कि प्रशांत किशोर ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के लिए काम किया था. हालांकि उस दौरान प्रशांत किशोर जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे लेकिन उन्होंने आप के लिए काम किया था. प्रशांत किशोर ने दिल्ली में जेडीयू के बीजेपी के साथ तालमेल का भी विरोध किया था. चुनाव में आम आदमी पार्टी की जीत के बाद उन्होंने अरविंद केजरीवाल से मिलकर उन्हें बधाई भी दी थी. 

राजनीतिक पार्टियों के लिए रणनीति तैयार करने वाले प्रशांत किशोर 2018 में जेडीयू में शामिल हुए थे. नीतीश कुमार ने उन्हें अपनी पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बनाया था. नीतीश कुमार ने दो दफे सार्वजनिक मंच से कहा था कि बीजेपी के अमित शाह के कहने पर उन्होंने प्रशांत किशोर को जेडीयू में शामिल कराया था. 

हालांकि जब एक साल पहले नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर के जेडीयू में शामिल होने की वजह बतायी थी तो PK खामोश रहे थे. लेकिन कुछ दिनों पहले जब नीतीश ने फिर से वही कहानी सुनायी तो प्रशांत किशोर ने उन्हें झूठा करार दिया. इसके बाद ही प्रशांत किशोर को जेडीयू से निष्कासित कर दिया गया. 

प्रशांत किशोर ने इन दिनों बिहार में अपनी सक्रियता बढ़ायी है. वे बिहार में अपना अभियान “बात बिहार की” चला रहे हैं. उन्होंने दावा किया है कि अपने इस अभियान से वे दस लाख युवाओं को जोडेंगे. उधर वे बिहार के सियासी दलों के नेताओं से भी मिल रहे हैं. शुक्रवार को दिल्ली में उनसे उपेंद्र कुशवाहा, जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी ने मुलाकात की थी. चर्चा ये है कि प्रशांत किशोर नीतीश कुमार को हराने के लिए सियासी गोलबंदी कराने में लगे हैं. ऐसे में उनके आम आदमी पार्टी में शामिल होने की संभावना कम ही है.