PATNA : बिहार कुम्हार (प्रजापति) समन्वय समिति के पदाधिकारियों ने रविवार को बैठक की. इस बैठक में सर्वसम्मति से इस बात पर मुहर लगी कि अगर सत्तारूढ़ दलों के द्वारा जनसंख्या के अनुपात से प्रजापति की भागीदारी विधानसभा में सुनिश्चित नहीं की गई तो ऐसी परिस्थिति में संपूर्ण प्रजापति समाज अन्य दलों को समर्थन देने को बाध्य होगा. जिसकी जिम्मेदारी सत्तारूढ़ दल के मुखिया मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की होगी.
बिहार कुम्हार प्रजापति समन्वय समिति के युवा अध्यक्ष सह मिडिया प्रभारी शाशि आनंद ने कड़े शब्दों में सभी दलों को चेताया है कि इस बार विधानसभा में कुम्हारों की भागीदारी 10 विधानसभा सीट में नहीं दी गई तो पूरे बिहार के प्रजापति दूसरे दलों में विलय कर लेंगे. बैठक में मौजूद समिति के अन्य सदस्यों ने भी उनके वक्तव्य को अपना समर्थन दिया.
बिहार कुम्हार प्रजापति समन्वय समिति के महामंत्री दानी प्रजापति ने 10 विधानसभा सीट की बातों को प्रमुखता से रखते हुए सभी दलों को चेताया कि हम किसी के गुलाम नहीं हैं कि हमारा समाज ही 70 वर्षा से कुर्बानी देते रहे. सत्ताधारी दलों के द्वारा शुरू से ही इस समाज के साथ नाइंसाफी की गई. जिसके कारण प्रजापति समाज विकास की धारा से कहीं न कहीं वंचित रहा. लेकिन इसबार विधानसभा चुनाव में ऐसी परिस्थिति बिल्कुल नहीं बनेगी.
बिहार कुम्हार प्रजापति समन्वय समिति की इस अहम बैठक में दानी प्रजापति, प्रेम कुमार सुमन, दिवेश चंद्र प्रजापति, सुजीत कुमार प्रजापति, शाशि आनंद, हितेश कुमार प्रजापति, आदि उपस्थित थे.