ब्रेकिंग न्यूज़

पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?

पुलिसवालों के जज्बे को सलाम, लॉकडाउन में बच्चों को पढ़ा कर कायम की मिसाल

1st Bihar Published by: SUSHIL KUMAR Updated Sat, 13 Jun 2020 09:58:00 PM IST

पुलिसवालों के जज्बे को सलाम, लॉकडाउन में बच्चों को पढ़ा कर कायम की मिसाल

BHAGALPUR : कोरोना संकट के दौर में पुलिस वाले कोरोना वॉरियर्स के तौर पर पूरे देश में हिम्मत के साथ इसका सामना करते दिखे। कोरोना जैसी खतरनाक बीमारी के बीच बेखौफ होकर ड्यूटी दी ताकि लोगों को इसके कहर से बचाया जा सके। लॉकडाउन में जहां पुलिसवालों का जज्बा सिरचढ़ कर बोलता दिखा। तरह-तरह की तस्वीरें सामने आयी वहीं भागलपुर से भी एक सुखद तस्वीर सामने आयी जिसे देखने पढ़ने के बाद आप को भी इन्हें सलाम करने का दिल करेगा। 




भागलपुर के नाथनगर थाना इलाके का रेलवे केबिन इस वक्त चलता फिरता पाठशाला बना हुआ है। रेलवे केबिन के पास पुलिस विभाग के चौकीदार सचिन और कुंदन की पाठशाला चल रही है। दरअसल इन दोनों की ड्यूटी यहां लगी है। ड्यूटी के दौरान कुछ बच्चों ने आकर पढ़ाने की नन्हीं अपील इनसे की जो इन्हें भा गयी। इन्होनें वहीं रेलवे लाइन के बगल में ही ड्यूटी के दौरान कुछ खाली समय निकाल कर पढ़ाना शुरु कर दिया। 


सचिन और कुंदन लॉकडाउन के दौरान पिछले दो महीने से इलाके के वैसे गरीब बच्चों को पढ़ा रहे हैं जिनका स्कूल अभी बंद है मां-बाप अनपढ़ है खुद उन्हें पढ़ा पाने में सक्षम नहीं हैं।रेल पटरी के बगल खाली जमीन पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ककहरा, स्लेट पेंसिल का खर्च भी ये दोनों उठा रहे हैं। बच्चों के लिए ये पुलिसवाले सर बन चुके हैं। सभी बच्चे पढ़ कर खुश है और पूरा गांव इनके जज्बे को सलाम कर रहा है।