MADHEPURA: मधेपुरा के बिहारीगंज में 15 दिन पहले हुए मिठ्ठू भगत हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि एक आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। मिट्ठू भगत की हत्या पत्नी के अवैध संबंध का विरोध करने पर की गई थी।
मामले में पुलिस ने पूर्णिया के जानकीनगर वार्ड-2 निवासी दीनानाथ भगत के बेटे राजू कुमार और जानकीनगर थाना क्षेत्र के रामनगर वार्ड-12 निवासी दिनेश मेहता के बेटे रीतेश कुमार उर्फ रिक्की को गिरफ्तार किया है। वहीं हत्याकांड में संलिप्त पूर्णिया के बनमनखी, बेलाचंद सुखिया निवासी अमित कुमार राम अब तक फरार है। मृतक की पत्नी रीता देवी ने ही हत्या की आशंका जताते हुए मुकदमा दर्ज करवाया था।
उदाकिशुनगंज एसडीपीओ अविनाश कुमार ने बताया कि मृतक मिट्ठू भगत और राजू अच्छे दोस्त थे। उसका मिट्ठू के घर आना-जाना था। इसी दौरान मिट्ठू की पत्नी का राजू से अवैध संबंध बन गया। 3 जनवरी को राजू ने मिट्ठू को फोन करके जानकी नगर बुलाया। वहां अमित, रीतेश तथा राजू के साथ मिलकर खुंट गांव के बगीचे में नशा कर रहे थे। इसी बीच पत्नी का फोन आने पर उसने काट दिया। थोड़ी देर में उसने राजू को फोन किया, जिसे मिट्ठू की पत्नी ने ही रिसीव किया। पत्नी की आवाज सुनकर उसने राजू से पूछताछ की।
इसके बाद फोन चेक करने पर उसमें कई आपत्तिजनक कंटेंट मिले, जिससे गुस्सा होकर मिट्ठू राजू से उलझ गया। इसी दौरान अमित और राजू ने उसके गले में मफलर लपेट कर खींच दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। साक्ष्य छुपाने के लिए मृतक के ही बाइक पर लाद कर उसे उदाकिशुनगंज-बिहारीगंज मुख्य मार्ग पर प्लाई मिल के पास बाइक समेत फेंक दिया, ताकि सड़क दुर्घटना मौत प्रतीत हो। एसडीपीओ अविनाश कुमार ने बताया कि टेक्निकल टीम के सहयोग से मोबाइल के आधार पर साक्ष्य संकलन कर हत्याकांड का उद्भेदन किया गया।