DELHI : 2 महीने से ज्यादा वक्त से चल रहा किसान आंदोलन अब निर्णायक दौर में पहुंच चुका है। गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस की भारी तैनाती के पीछे किसान नेता राकेश टिकैत ने साफ कर दिया कि वह किसी भी कीमत पर सरेंडर नहीं करेंगे। इस वक्त गाजीपुर बॉर्डर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। राकेश टिकैत फिलहाल अपने संगठन के नेताओं के साथ मंच पर मौजूद हैं और पुलिस उनसे बातचीत कर रही है।
राकेश टिकैत ने जिस वक्त यह ऐलान किया कि वह सरेंडर नहीं करेंगे उसी वक्त पुलिस उनके सामने खड़ी थी। अब प्रशासन के अधिकारी राकेश टिकैत से बातचीत कर रहे हैं। गाजीपुर बॉर्डर से आ रही खबर के मुताबिक किसानों ने धरने के लिए जो तंबू लगाया हुआ था उसे अब हटाने का काम शुरू हो चुका है। 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा के बाद अब तक 44 किसान नेताओं के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया जा चुका है। लगातार आरोप लगा रहे हैं कि सरकार में आंदोलन में फूट डाली और साजिश के तहत 26 जनवरी को किसानों के ट्रैक्टर के दौरान हिंसा कराई गई।
लगभग 3 घंटे पहले गाजीपुर बॉर्डर पर जिस तरह सुरक्षा बलों की तैनाती की जा रही थी उसके बाद यह संकेत मिलने लगे थे कि अब किसान आंदोलन के खिलाफ सरकार कड़े एक्शन के मूड में है। योगी सरकार ने पहले ही इस बात के संकेत दे दिए थे कि किसानों का आंदोलन जहां कहीं भी चल रहा है उसे खत्म कराया जाए। गाजीपुर बॉर्डर पर अभी भी हालात तनावपूर्ण बना हुआ है।