पुलिस बर्बरता के शिकार परिवार से मिले मुकेश सहनी, शराब के नाम पर लोगों को परेशान करने पर पुलिस को हड़काया

पुलिस बर्बरता के शिकार परिवार से मिले मुकेश सहनी, शराब के नाम पर लोगों को परेशान करने पर पुलिस को हड़काया

DARBHANGA: विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी बुधवार को दरभंगा के कमतौल थाना के मोहम्मदपुर, पश्चिमी सहनी टोला पहुंचे जहां लोगों की समस्या सुनी। इस दौरान लोगों ने पुलिस प्रशासन द्वारा परेशान करने की जानकारी दी। लोगों ने मुकेश सहनी को बताया कि जो दारू नहीं बेचता उसके घर में देर रात जबरन पुलिस बिना लेडिज कॉन्स्टेबल के घुस गयी।  घर की महिलाएं और बच्चों को बुरी तरह से पीटा गया। कई लोग घायल हो गये। लोगों की बातें सुनने के बाद पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने पुलिस अधिकारियों को फोन कर जमकर क्लास लगाई।


मुकेश सहनी का कहना था कि शराबबंदी कानून लागू हुए करीब 7 साल होने को है लेकिन आज तक बिहार पुलिस पूरी तरह से शराब बंद नहीं कर पाई है। सात साल से लोग शराब ही पकड़ रहे हैं। लोगों का आरोप लगाया है कि जो दारू बेचता हैं उसको पुलिस हाथ तक नहीं लगाती है। जिन लोगों का दारू से दूर-दूर का रिश्ता नहीं है उनके घरों में पुलिस जबरन घुसती है। पिछले दिनों भी बिना लेडिज पुलिस के महिला और बच्चों को बुरी तरह से पीटा गया। पुलिस ने ऐसी पिटाई की है कि एक लड़की के हाथ की हड्डी टूट गयी। 


मुकेश सहनी ने पुलिस प्रशासन से कहा कि यह सब गलत बात है। जो गलत कर रहा उसे पकड़िए लेकिन आम लोगों को परेशान मत करिए। उन्होंने पुलिस प्रशासन से शराब की बिक्री बंद कराने की भी बात कही। उनका कहना था कि पुलिस ने घोर अत्याचार किया है। गुनाहगारों को सजा मिले। निर्दोष के साथ इस तरह की घटना सही नहीं है। सात साल से पुलिस दारू नहीं रोक पाई है। पुलिस के सहयोग से ही दारू बिक रहा है। सरकार को भी गंभीर होना चाहिए। जो कार्रवाई हो सकता है वो कराई जानी चाहिए। 


उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना पूरे बिहार में देखने को मिलती है। पुलिस अपने पावर का दुरुपयोग कर रही है। महिला और बच्चों की पिटाई से गुस्साए मुकेश सहनी ने पुलिस पदाधिकारी को फोन कर कहा कि गांव के लोग चाहते हैं कि यहां से दारू बिकना बंद हो। लोगों की इस मांग को सुनिश्चित किया जाए। इस इलाके में जो शराब बेचता है उस पर कार्रवाई हो। मुकेश सहनी ने साफ तौर पर कह दिया कि बेगुनाहों को बेवजह परेशान ना किया जाए।