DESK : चीन से हर दिन बिगड़े रिश्तों के बीच अब एक और बड़ा खुलासा हुआ है. चीन की दो बड़ी कंपनियों ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत लगभग 13 सौ से ज्यादा बड़ी हस्तियों की जासूसी की है. प्रधानमंत्री मोदी के अलावे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और 24 राज्यों के मुख्यमंत्री सहित तीन सौ सांसदों और सेना से जुड़े बड़े अधिकारियों की जासूसी लगातार चीन की कंपनियां कर रही थी.
भारत में चीन की जासूसी को लेकर यह अब तक का सबसे बड़ा खुलासा है. चीन ने भारत के खिलाफ लगातार डिजिटल प्लेटफॉर्म पर साजिश रची है और इसके जवाब में भारत ने डिजिटल स्ट्राइक भी किया है लेकिन एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक चीन की दो बड़ी कंपनियों शेनझेन और झेनहूआ इंफोटेक कंपनी ने लगातार भारतीय राजनेताओं और अधिकारियों की जासूसी की है. यह दोनों कंपनी चीन की कम्युनिस्ट पार्टी सरकार के लिए काम करती रही है. इनका काम दूसरे देशों पर नजर रखना है और इसी पॉलिसी के तहत उन्होंने भारत में भी जासूसी की है.
चीन की कंपनियों ने जिन भारतीय राजनेताओं की जासूसी की है उनमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक समेत कुल 24 मुख्यमंत्रियों की लिस्ट शामिल हैं. सीडीएस बिपिन रावत चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एस ए बोबडे की भी जासूसी की गई है. इस जासूसी कांड का खुलासा होने के बाद हड़कंप मचा हुआ है और कांग्रेस ने इस मसले पर संसद में चर्चा के लिए कार्य स्थगन का प्रस्ताव भी दे दिया है.