PATNA : बिहार के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. 75वें स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मानाने के फैसले पर तेजस्वी ने पीएम मोदी पर हमला बोला है. तेजस्वी ने मोदी को अंग्रेजों फॉलोवर बता दिया है. वैशाली में बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने जा रहे तेजस्वी ने राबड़ी आवास से निकलते ही यह बयान दिया है.
वैशाली दौरे से पहले पटना स्थित राबड़ी आवास के बाहर मीडियाकर्मियों से बातचीत में तेजस्वी ने कहा कि "प्रधानमंत्री द्वारा जो कार्यक्रम चल रहा है, वो तो चल ही रहा है. भारत-पाकिस्तान का जो बंटवारा हुआ, वो तो सबलोग जान ही रहे हैं. किस दौर में हुआ, क्यों हुआ. अंग्रेजों ने देश को बांटने का काम किया. अंग्रेजों ने जिस तरीके से बांटा. अंग्रेजों की एक ही नीति थी. फूट डालो और राज करो. आरएसएस के लोग भी यही कर रहे हैं. जो अंग्रेज कर रहे थे. वही काम आज देश में आरएसएस के लोग भी कर रहे हैं."
दरअसल तेजस्वी यादव से पत्रकारों ने ये पूछा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस से ठीक एक दिन पहले 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' मानने का एलान किया है. इसपर आपकी क्या राय है. जिसके जवाब में तेजस्वी ने कहा कि आरएसएस के लोग फूट डालो और राज करो की नीति पर ही काम कर रहे हैं.
गौरतलब हो कि पीएम मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि अब से 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के तौर पर मनाया जाएगा. पीएम मोदी ने कहा है कि 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के तौर मनाने का फैसला लिया गया है. पीएम ने ट्वीट कर लिखा कि "देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता. नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान तक गंवानी पड़ी. उन लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया है."
उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा कि "#PartitionHorrorsRemembranceDay का यह दिन हमें भेदभाव, वैमनस्य और दुर्भावना के जहर को खत्म करने के लिए न केवल प्रेरित करेगा, बल्कि इससे एकता, सामाजिक सद्भाव और मानवीय संवेदनाएं भी मजबूत होंगी."
आपको बता दें कि देश के इतिहास में 14 अगस्त की तारीख आंसुओं से लिखी गई है. यही वह दिन था जब देश का विभाजन हुआ और 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान व 15 अगस्त 1947 को भारत को एक पृथक राष्ट्र घोषित कर दिया गया था.