PATNA : कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आज संबोधन के बाद बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया है. यादव ने कहा है कि कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री जो कुछ कर रहे हैं. उन्हें सबसे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को समझाना चाहिए. तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार में कोरोना से ज्यादा मुख्यमंत्री को चुनाव की पड़ी है, लिहाजा कोरोना वायरस को लेकर इंतजाम के नाम पर कुछ भी नहीं है.
तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार में मंत्री से लेकर डीएम और एसपी तक को कोरोना हो रहा है. इससे निपटने के लिए सरकार जमीनी स्तर पर कुछ भी नहीं कर रही है. न तो लोगों का रैंडम टेस्ट कराया जा रहा है और न ही उनका बेहतर इलाज हो पा रहा है. बिहार के एकमात्र कोरोना डेडिकेटेड हॉस्पिटल का आलम यह है कि वहां बारिश के बाद पानी जमा हो जा रहा है. ऐसी स्थिति में प्रधानमंत्री को बिहार के हालात पर संज्ञान लेना चाहिए.
तेजस्वी ने कहा कि बिहार में बीजेपी के समर्थन से मुख्यमंत्री होने के बावजूद नीतीश कुमार प्रधानमंत्री की तरफ से दी गई गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं. प्रधानमंत्री अगर बिहार मॉडल को ऐड कर लें तो किसी को कोरोना का ध्यान नहीं रहेगा. बिहार में आईएएस, आईपीएस से लेकर कई लोगों को कोरोना वायरस है. बिहार में शादी के अगले दिन दूल्हे की मौत हो जाती है और सैकड़ों बाराती संक्रमित हो जाते हैं. बिहार कोरोना जांच के मामले में सबसे फिसड्डी राज्य बन चुका है.