DESK : राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह अपने क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा चिंतित रहते थे. अभी उन्होंने जो पत्र बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखा था उसमें भी उन्होंने क्षेत्र के विकास के प्रति चिंता जताई थी. प्रधानमंत्री ने बिहार के मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि रघुवंश बाबू ने आखिरी चिट्ठी में जो मांगे उठाई थी उस पर विचार किया जाए. आपको बता दें कि रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन की सूचना मिलते ही प्रधानमंत्री ने पेट्रोलियम विभाग के कार्यक्रम के उद्घाटन के ठीक पहले उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस दुखद खबर को आप सब लोगों के साथ साझा कर रहा हूं. बिहार के दिग्गज नेता रघुवंश प्रसाद सिंह अब हमारे बीच नहीं रहे. मैं उनको नमन करता हूं. रघुवंश बाबू के जाने से बिहार और देश की राजनीति में सुन्न पैदा हुआ. जमीन से जुड़ा व्यक्तित्व, गरीबी को समझने वाला व्यक्तित्व, पूरा जीवन बिहार के संघर्ष में बिताया, जिस विचारधारा में वह पले बढ़े, जीवन भर को जीने का उन्होंने प्रयास किया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि तीन-चार दिनों से उनके स्वास्थ्य की लगातार जानकारियां लेता रहता था. मुझे उम्मीद थी कि वह जल्दी स्वस्थ होकर बिहार की सेवा में लग जाएंगे. उनके भीतर एक मंथन भी चल रहा था. जिन आदर्शों को लेकर वह चले थे, जिनके साथ चले थे, उनके साथ चलना अब उनको संभव नहीं लग रहा था और मन पूरी तरीके से जद्दोजहद में था. तीन-चार दिन पहले उन्होंने अपनी भावना को चिट्ठी के रूप में लिखकर प्रकट भी कर दिया लेकिन साथ-साथ भीतर ही अपने क्षेत्र के विकास की उन्हें चिंता थी.
रघुवंश बाबू ने बिहार के मुख्यमंत्री को विकास के कामों की सूची भेज दी थी, बिहार के लोगों के प्रति उनकी चिंता उस चिट्ठी में प्रकट हो रही थी. प्रधानमंत्री ने सीएम नीतीश से आग्रह किया कि रघुवंश प्रसाद सिंह की जो आखिरी चिट्ठी में उन्होंने अपनी भावना प्रकट की थी उसे परिपूर्ण करने के लिए आप और हम मिलकर पूरा प्रयास करेंगे क्योंकि उन्होंने पूरी तरीके से विकास की बातें लिखी हुई थी इसलिए हम कार्यक्रम की शुरुआत में ही रघुवंश बाबू को अपनी आदर पूर्वक श्रद्धांजलि देते हुए नमन करते हैं.