PATNA : जातीय जनगणना के मसले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था. पीएम मोदी को पत्र लिखे हुए 10 दिन का वक्त गुजर गया लेकिन अब तक नीतीश कुमार को कोई जवाब नहीं मिला. इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को सवाल खड़े करते हुए आरोप लगाया था कि बिहार के मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री अपमानित कर रहे हैं. लेकिन अब मुख्यमंत्री के पत्र को लेकर एक नई जानकारी सामने आई है. जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नीतीश कुमार का लिखा हुआ लेटर मिल चुका है.
दरअसल प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से पत्र मिलने के बाद एक्नॉलेजमेंट जारी किया गया है. इसका मतलब यह हुआ कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का लिखा हुआ पत्र प्रधानमंत्री कार्यालय को ना केवल प्राप्त हुआ बल्कि इससे पीएम मोदी ने पढ़ भी लिया है. एक्नॉलेजमेंट की बाबत मुख्यमंत्री कार्यालय से जानकारी कन्फर्म की गई है. अब नीतीश कुमार को इस बात का इंतजार है कि प्रधानमंत्री इस मसले पर क्या जवाब देते हैं.
जातीय जनगणना के मसले पर नीतीश कुमार ने अपनी बात मुख्यमंत्री के सामने रखते हुए 4 अगस्त को पत्र लिखा था. विपक्षी दल के नेताओं से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार ने यह लेटर पीएम मोदी को लिखा था. इसमें देश के अंदर जातीय जनगणना कराए जाने की मांग रखी गई थी. आपको बता दें कि जातीय जनगणना के मसले पर बीजेपी और जेडीयू की राय अलग-अलग है.
बीजेपी जहां जातीय जनगणना को खारिज कर रही है. केंद्र सरकार ने जातीय जनगणना नहीं कराने का ऐलान कर रखा है. वहीं जेडीयू इस मसले पर विरोधी दलों के साथ खड़ा नजर आ रहा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखते हुए नीतीश कुमार ने विपक्षी दल के नेताओं के साथ मुलाकात का वक्त मांगा था. अब ऐसे में इंतजार इस बात का है कि क्या पीएम मोदी नीतीश कुमार समेत विपक्ष के अन्य नेताओं को मिलने का वक्त देते हैं. या फिर उनके पत्र का जवाब.