PK की तेजस्वी से दोस्ती के कोई आसार नहीं, RJD बोली- 100 प्रशांत किशोर भी बिहार में चुनाव नहीं जीता सकते

PK की तेजस्वी से दोस्ती के कोई आसार नहीं, RJD बोली- 100 प्रशांत किशोर भी बिहार में चुनाव नहीं जीता सकते

DELHI : नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले प्रशांत किशोर के तेजस्वी यादव के साथ जाने की सारी उम्मीदें खत्म हो गयी हैं. RJD ने आज कहा है कि बिहार में नीतीश और बीजेपी विरोध का सबसे बड़ा चेहरा तेजस्वी प्रसाद यादव हैं. तेजस्वी के सहारे ही नीतीश को परास्त कर दिया जायेगा.


100 प्रशांत किशोर भी चुनाव नहीं जीता सकते
आज एक अखबार के कार्यक्रम में पहुंचे RJD के सांसद और तेजस्वी के बेहद करीबी नेता मनोज झा ने कहा "दिल्ली के चंद स्टूडियो और कुछ अखबारों के दफ्तर में बैठ कर विश्षलेषण करने वाले ही कह सकते हैं कि प्रशांत किशोर नीतीश और बीजेपी विरोध के सबसे बड़े फेस हैं. जो लोग ये कह रहे हैं कि 2015 में प्रशांत किशोर ने बिहार में महागठबंधन को जीत दिला दी  वे गलतफहमी के शिकार हैं. अगर लालू और नीतीश एक नहीं हुए होते तो 100 प्रशांत किशोर भी उतनी सीटें नहीं जीता पाते." 

मनोज झा ने कहा कि लोग ये गलतफहमी भी अपने दिमाग से निकाल दें कि प्रशांत किशोर ने लालू यादव और नीतीश कुमार को एक साथ लाया था. दोनों नेताओं को मिलाने में देश के बड़े नेताओं का रोल था. उसमें मुलायम सिंह यादव से लेकर शऱद यादव तक शामिल थे. 

प्रशांत किशोर कुछ भी साफ-साफ नहीं बोल रहे
मनोज झा ने कहा कि दो दिन पहले प्रशांत किशोर ने लंबा प्रेस कांफ्रेंस किया था. लेकिन उनका पूरा बयान विरोधाभास से घिरा था. कभी वे नीतीश कुमार का विरोध कर रहे थे तो कभी उन्हें पिता तुल्य बता रहे थे. कभी वे नीतीश कुमार और सुशील मोदी को साथ आने की बात कह रहे थे तो कभी गांधी और गोडसे का जिक्र कर रहे थे.


तेजस्वी ही होंगे सीएम पद के दावेदार
मनोज झा ने कहा कि अगर कोई ये मान रहा है कि बिहार में नीतीश और बीजेपी के विरोध का सबसे बड़ा चेहरा प्रशांत किशोर होंगे तो उनकी बड़ी गलतफहमी है. बिहार में बीजेपी के विरोध का सबसे बड़ा चेहरा तेजस्वी यादव हैं. तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन को परास्त किया जायेगा.

मनोज झा ने कहा कि महागठबंधन के घटक दलों में भी तेजस्वी को लेकर कोई विवाद नहीं है. राजनीति में नेता वही होता है जिसके पास वोट की पूंजी होती है. बिहार में अभी तेजस्वी यादव के पास सबसे ज्यादा पूंजी है. लिहाजा नेता वहीं होंगे.