MADHEPURA: मधेपुरा के बीएन मंडल विश्वविद्यालय द्वारा पीजी सेकंड सेमेस्टर परीक्षा का सेंटर प्राइवेट बीएड कॉलेज में किये जाने से गुस्साएं छात्रों ने जमकर हंगामा मचाया। इसके खिलाफ विभिन्न छात्र संगठनों में खासा आक्रोश देखने को मिला। इसे लेकर छात्र नेताओं ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया और नारेबाजी की।
छात्र नेताओं ने विश्वविद्यालय कार्यालय को बंद करवाया जिसके बाद जिला मुख्यालय स्थित विभिन्न कॉलेजों में काम को बंद करवा दिया। साथ ही नॉर्थ कैंपस स्थित पीजी विभागों भी बंद करवा दिया है। जिसके कारण अलग-अलग जिले से विभिन्न कार्यों से आए छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी हो रही है। कार्यालयों में तालाबंदी के कारण विश्वविद्यालय में कोई भी काम नहीं हो पा रहा है।
दरअसल छात्र संगठनों की मांग है कि विश्वविद्यालय अंतर्गत आने वाले तीनों जिले का परीक्षा केंद्र विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस स्थित परीक्षा भवन में बनाये जाए। छात्र नेताओं ने कहा कि विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस में पीजी की परीक्षा आयोजित करने के लिए ही करोड़ों की लागत से परीक्षा भवन बनाया गया है, लेकिन शिक्षा माफियाओं के दबाव में आकर विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों ने पीजी का परीक्षा केंद्र निजी बीएड कॉलेज में बना दिया है।
छात्र संगठनों का आरोप है कि विश्वविद्यालय के पदाधिकारी शिक्षा माफियाओं के चंगुल में फंस चुके हैं। शिक्षा माफियाओं के इशारे पर तीनों जिले में परीक्षा केंद्र बनाया गया है। उन लोगों ने कहा कि विश्वविद्यालय की स्थापना से लेकर अब तक सभी परीक्षाएं विश्वविद्यालय मुख्यालय में ही आयोजित की जाती थी, लेकिन इस बार तीनों जिले में परीक्षा केंद्र बना दिया गया है। विभिन्न संगठनों के छात्र नेताओं ने विरोध प्रदर्शन के दौरान विश्वविद्यालय कार्यालय में काम कर रहे पदाधिकारी और कर्मचारियों को बाहर निकाल कर सभी कार्यालय में ताला लगा दिया।
इसके बाद कुलपति कार्यालय के गेट के समीप सभी छात्र नेता धरना पर बैठ गए और विश्वविद्यालय के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दिया। तालाबंदी के कारण विभिन्न कार्यों से विश्वविद्यालय पहुंचे छात्रों को काफी परेशानी हुई और निराश होकर छात्रों को वापस लौटना पड़ा। हालांकि इस मामले में बीएनएमयू परीक्षा नियंत्रक प्रो. शशिभूषण ने बताया कि पीजी सेकंड सेमेस्टर की परीक्षा 15 दिसंबर से शुरू होगी।
विभिन्न छात्र संगठनों की मांग पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने परीक्षा केंद्र में बदलाव कर दिया है। अब सहरसा में दो मधेपुरा और सुपौल में एक-एक परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि पीजी की परीक्षा निर्धारित समय पर शुरू होगी। वही परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि परीक्षा में व्यवधान उत्पन्न करने वाले छात्र व छात्र नेताओं को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि छात्रहित में तीनों जिले में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।