Paush Amavasya 2024: पौष अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष धार्मिक महत्व है। इसे दर्श अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। यह तिथि पितरों की पूजा और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है। साल 2024 में पौष अमावस्या सोमवार, 30 दिसंबर को पड़ेगी। इस दिन पितरों का तर्पण और दान-पुण्य करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं कि इस दिन किन चीजों का दान करना चाहिए और किनसे बचना चाहिए।
पौष अमावस्या पर क्या न करें
इस दिन कुछ वस्तुओं का दान वर्जित माना गया है। इनका दान करने से नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और घर में अशांति व आर्थिक परेशानियां आ सकती हैं।
लोहे की वस्तुएं
सरसों का तेल
नमक
चमड़े की वस्तुएं
तामसिक चीजें (मांसाहार, शराब आदि)
क्यों बचें?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इन वस्तुओं का दान करने से घर की बरकत रुकती है और नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
पौष अमावस्या पर क्या करें
इस दिन कुछ चीजों का दान अत्यंत शुभ फलदायी माना जाता है।
तिल: जीवन में शांति और समृद्धि लाता है।
गर्म कपड़े: दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
घी: सुख-शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
भोजन: गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन कराना अत्यंत फलदायी है।
धार्मिक यात्रा: इस दिन धार्मिक स्थलों की यात्रा शुभ मानी जाती है।
पौष अमावस्या पर ध्यान रखने योग्य बातें
पितरों का तर्पण करें: इस दिन पितरों का श्राद्ध और तर्पण करने से उनके आशीर्वाद की प्राप्ति होती है।
मांगलिक कार्य न करें: अमावस्या पर शुभ कार्य करने से बचें।
सात्विक भोजन करें: तामसिक भोजन और नशे से परहेज करें।
विवाद न करें: किसी के साथ वाद-विवाद करने से बचें।
दान-पुण्य करें: गरीबों और जरूरतमंदों को दान करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
पौष अमावस्या का महत्व
पितरों का आशीर्वाद पाने का यह विशेष दिन है।
दान-पुण्य करने से पापों का नाश होता है और जीवन में सुख-शांति आती है।
इस दिन धार्मिक और सात्विक आचरण से व्यक्ति को आध्यात्मिक लाभ मिलता है।
(यह लेख ज्योतिष और धर्मग्रंथों के आधार पर लिखा गया है। किसी भी धार्मिक अनुष्ठान से पहले अपने पंडित या ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें।)