PATNA : बिहार में गंगा नदी लगातार उफान पर हैं और गंगा के तटीय जिलों में बाढ़ का असर अब ज्यादा दिखने लगा है. पटना समेत बक्सर, भोजपुर, भागलपुर जैसे जिलों में गंगा के उफान पर रहने के कारण लाखों की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है. इन जिलों में 22 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. गंगा नदी में बीती रात हाथीदह ने अपना पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया और अब तक के सबसे उच्चतम स्तर पर यहां गंगा का जलस्तर जा पहुंचा है. हाथीदह में गंगा का जलस्तर 43.18 मीटर है, जो साल 2016 के 43.17 मीटर के रिकॉर्ड से ऊपर है. अगले 24 से 48 घंटे में यहां गंगा का जलस्तर 43.47 मीटर तक जा सकता है.
राजधानी पटना पर भी बाढ़ का खतरा अब पहले से ज्यादा गहरा गया है. देर रात दीघा नहर से 500 मीटर पश्चिम दानापुर के रामजी चक में गंगा बांध में रिसाव से हड़कंप की स्थिति मच गई. पटना के डीएम समेत जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों ने देर रात तक के बाद में रिसाव बंद करने के लिए अभियान जारी रखा. हालांकि जिला प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में बताया है. अगर इस बांध में दरार और बढ़ जाती तो पटना के कई इलाकों में पानी प्रवेश कर जाता.
पटना के दीघा घाट में गंगा का जलस्तर लगातार ऊपर जा रहा है. यहां गंगा का जलस्तर गुरुवार को 51.61 मीटर रिकॉर्ड किया गया. अगले 24 से 48 घंटे में यह गंगा का जलस्तर 51.86 मीटर पहुंचने की उम्मीद है. वहीं गांधी घाट में गंगा का जलस्तर 50.18 मीटर रहा यहां भी जलस्तर बढ़कर 50.44 मीटर जा सकता है.
गंगा के उफान पर रहने के कारण बक्सर में या खतरे के निशान से 74 सेंटीमीटर ऊपर जा पहुंची है. भागलपुर में भी पुराना रिकॉर्ड टूटने वाला है. भागलपुर में गंगा अगले 48 से 72 घंटे में अपने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ सकती है. इसे देखते हुए हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. उधर पटना समेत अन्य जिलों में भारी बारिश की चेतावनी मौसम विभाग ने दी है. पटना में आज सुबह से ही बारिश हो रही है. ऐसे में जल स्तर और बढ़ने की संभावना है.