पटना साहिब गुरुद्वारा में जमकर मारपीट, आपस में भिड़े दो गुट, धक्का-मुक्की भी की

पटना साहिब गुरुद्वारा में जमकर मारपीट, आपस में भिड़े दो गुट, धक्का-मुक्की भी की

PATNA : राजधानी पटना स्थित सिखों के बड़े तीर्थस्थल श्री हरिमंदिरजी पटना साहिब में जमकर मारपीट और बवाल हुआ. बताया जा रहा है कि गुरूद्वारे में दो गुट आपस में भीड़ गए. इतना ही नहीं उन्होंने प्रबंधक समिति के सदस्य ने अध्यक्ष के हाथ से माइक छीन लिया और धक्का-मुक्की भी की. इस धक्का-मुक्की में अध्यक्ष मंच पर गिर भी गए. 


दरअसल, गुरुद्वारा में मंच पर ही मारपीट के बीच कथा सुन रहे श्रद्धालुओं के बीच हड़कंप मच गया. इससे अध्यक्ष के दाहिने हाथ में चोट आई है. हरमंदिर में स्थिति बिगड़ने के बाद पुलिस भी पहुंच गई. पुलिस ने दोनों तरफ के लोगों को समझाने की कोशिश की. स्थानीय लोगों ने बताया कि शुक्रवार रात तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के दरबार हाल में जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह गौहर-ए-मस्कीन संगतों के बीच कथा बांच रहे थे. उसी समय यह घटना हुई.


बताया जा रहा है कि मामला गुरुद्वारा संविधान के खिलाफ मुख्य ग्रंथी, अधीक्षक समेत अन्य के सेवानिवृत्त करने की घोषणा का था. इस पर दो गुट भिड़ गए. प्रबंधक समिति के सदस्य ने अध्यक्ष के हाथ से माइक छीन लिया. धक्का-मुक्की में अध्यक्ष मंच पर गिर भी गए. 


इस मामले में जानकारी मिली है कि कमेटी में कुछ ऐसे लोग बने हुए हैं, जो शारीरिक रूप से सक्षम नहीं रह गए हैं. ये लोग ठीक से चल-फिर भी नहीं सकते. ऐसे लोगों के लिए सितंबर 2019 में तत्कालीन कमेटी ने नोटिस दिया कि ऐसे लाचार लोग जिनकी उम्र 63 साल हो चुकी है, वे पद छोड़ दें. साल 2020 में एक साल पूरा होने पर भी यह लागू नहीं हो पाया. 


थोड़ा समय और मांगा गया. इसके बाद छह महीने का अल्टीमेटम दिया गया और कहा गया कि 31 मार्च 2021 तक वैसे लोग पद छोड़ दें. अब जब एक बार फिर से यह बात उठी तो सितंबर 2019 को जारी नोटिस को नहीं माना जा रहा और तरह-तरह के तर्क दिए जा रहे हैं. नई कमेटी इस बात पर अड़ी है कि वह पुरानी कमेटी के निर्णय को लागू करा कर रहेगी.