ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Election 2025: ‘लालू का अपना इतिहास रहा है, वह खुद सजायप्ता हैं’ रीतलाल यादव के लिए रोड शो करने बर बोले दिलीप जायसवाल Bihar Election 2025: ‘लालू का अपना इतिहास रहा है, वह खुद सजायप्ता हैं’ रीतलाल यादव के लिए रोड शो करने बर बोले दिलीप जायसवाल Bihar Election 2025 : पहले चरण के चुनाव प्रचार के आखिर दिन अमित शाह के बड़े वादे,कहा - डिफेंस कॉरिडोर, नई रेललाइन और रामायण सर्किट से बदलेगा बिहार का भविष्य Bihar Election 2025: ‘महाठगबंधन के आधे लोग जेल में हैं, आधे बेल पर’, शिवराज सिंह चौहान का बड़ा हमला Bihar Election 2025: ‘महाठगबंधन के आधे लोग जेल में हैं, आधे बेल पर’, शिवराज सिंह चौहान का बड़ा हमला Success Story: “एक दिन तू अफसर बनेगी…”, 5 साल की उम्र में माता-पिता को खोया, फिर भी नहीं मानी हार; कड़ी मेहनत से बनीं IPS अधिकारी Bihar road accident : बिहार के रोहतास में दर्दनाक सड़क हादसा, ट्रेनी सिपाही और पिता की मौत Hak Movie 2025: कानूनी पचड़े में फंसी इमरान हाशमी और यामी गौतम की फिल्म ‘हक’, कोर्ट पहुंचा शाह बानो का परिवार Bihar Assembly Election 2025 : जानिए आज शाम 5 बजे से किन चीजों पर लग जाएगी रोक, साइलेंस पीरियड लागू होने के बाद आयोग इन चीजों पर रखती हैं सख्त निगरानी Patna News: PMCH में नए चर्म रोग और मेडिसिन वार्ड का उद्घाटन, मरीजों को मिलेगी आधुनिक सुविधाएं

पटना पहुंचे पारस बोले.. रामविलास पासवान की जयंती पर कोई विवाद नहीं है, चिराग भी मनाएं

1st Bihar Published by: Updated Fri, 02 Jul 2021 02:43:44 PM IST

पटना पहुंचे पारस बोले.. रामविलास पासवान की जयंती पर कोई विवाद नहीं है, चिराग भी मनाएं

- फ़ोटो

PATNA : बीते महीने लोक जनशक्ति पार्टी के 4 सांसदों के साथ खुद को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने का दावा करने वाले पशुपति कुमार पारस के तेवर अब धीरे-धीरे नरम पड़ रहे हैं. पशुपति पारस ने जिस वक्त चिराग पासवान के खिलाफ बगावत करते हुए खुद को संसदीय दल का नेता घोषित कराया था और बाद में राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए थे. उस वक्त उन्हें उम्मीद थी कि केंद्रीय कैबिनेट में शामिल हो जाएंगे. लेकिन ऐसा हुआ नहीं नतीजा अब पारस के तेवर भी पहले से नरम पड़े हैं. 


पटना पहुंचे पशुपति पारस ने स्वर्गीय रामविलास पासवान की जयंती को लेकर सवाल पूछे जाने पर कहा है कि दिवंगत नेता रामविलास पासवान जी की जयंती मनाने को लेकर कोई विवाद नहीं है. चिराग पासवान भी वही कर रहे हैं, जो मैं कर रहा हूं. दोनों का उद्देश्य एक है कि स्वर्गीय रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि दी जाए.


आपको बता दें कि 5 जुलाई को पटना स्थित प्रदेश एलजेपी कार्यालय में स्वर्गीय रामविलास पासवान की जयंती पारस खेमे की तरफ से मनाई जाएगी. वहीं दूसरी तरफ चिराग पासवान पारस के संसदीय क्षेत्र हाजीपुर में अपने पिता की जयंती मनाएंगे. हाजीपुर की एक दलित बस्ती में चिराग की तरफ से जयंती का आयोजन किया जाएगा.


पटना एयरपोर्ट पर मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान पशुपति पारस ने चिराग पासवान को आशीर्वाद यात्रा नहीं मनाने की सलाह दी. पशुपति ने कहा कि चिराग पासवान को आशीर्वाद यात्रा नहीं निकालनी चाहिए. आशीर्वाद यात्रा को पशुपति पारस ने गलत बताया और कहा कि किस बात का आशीर्वाद यात्रा.  रामविलास पासवान तो अब इस दुनिया में हैं ही नहीं.


पशुपति पारस ने कहा कि श्रद्धांजलि सभा होना चाहिए और चिराग पासवान का कर्मभूमि जमुई है. इसलिए पशुपति पारस ने चिराग पासवान को सलाह दी कि वह जमुई से यात्रा निकाले. पशुपति ने बताया कि उनकी ओर से लोजपा पार्टी कार्यालय में जयंती मनाई जाएगी.