पटना पहुंचे गिरिराज ने विवादित सवालों से बनायी दूरी, बोले.. अब लोग केवल काम चाहते हैं

पटना पहुंचे गिरिराज ने विवादित सवालों से बनायी दूरी, बोले.. अब लोग केवल काम चाहते हैं

PATNA : मंत्रिमंडल विस्तार के बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का कद मोदी कैबिनेट में पहले से और बड़ा हो गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें ग्रामीण विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी है। नया मंत्रालय मिलने के बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह आज पहली बार पटना पहुंचे। सुबह दिल्ली से पटना पहुंचने के बाद गिरिराज सिंह से मीडिया ने पटना एयरपोर्ट पर कई सवाल किए लेकिन गिरिराज सिंह विवादित मुद्दों से दूरी बनाते नजर आए। 


केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से कॉमन सिविल कोड को लेकर जब सवाल किया गया तो उन्होंने इस पर बहुत कुछ बोलने से परहेज किया। गिरिराज सिंह ने केवल इतना कहा कि सरकार अपना काम करेगी। यह पूछे जाने पर कि तेजस्वी यादव विपक्षी एकजुटता की बात कर रहे हैं। गिरिराज सिंह ने कहा कि अब एकजुटता कि नहीं काम की जरूरत है। लोग केवल काम चाहते हैं और जो काम करेगा वही सरकार में रहेगा।


आपको याद दिला दें कि मंत्रिमंडल विस्तार के बाद गिरिराज सिंह का मंत्रालय बड़ा किया गया है। अब उन्हें ग्रामीण विकास मंत्रालय का जिम्मा दिया गया है प्रधानमंत्री मोदी ने गिरिराज सिंह पर भरोसा किया है और उन्हें इस बड़े मंत्रालय की जिम्मेदारी दी है। हालांकि गिरिराज सिंह के सामने भी इस बड़े मंत्रालय से जुड़ी कई चुनौतियां सामने खड़ी हैं। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री रहते हुए रघुवंश प्रसाद सिंह ने मनरेगा जैसी योजना से गरीबों को फायदा पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई थी। लेकिन अब गिरिराज सिंह के सामने बदली हुई परिस्थितियों में नई चुनौतियां हैं। 


गिरिराज सिंह के सामने सबसे बड़ी चुनौती लंबे समय से केंद्र के पास लंबित कृषि कार्यो के लिए 50 प्रतिशत मजदूरी का भुगतान मनरेगा के तहत दिलाना होगा। काफी समय पहले बिहार ने यह प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेज रखा है। यदि यह मांग पूरी होती है तो बिहार के किसानों को काफी सहूलियत होगी। क्योंकि कृषि कार्य में श्रमिकों को मजदूरी के रूप में काफी पैसा किसानों द्वारा भुगतान किया जाता है। वहीं गिरिराज सिंह चाहें तो बिहार में सड़कों का जाल भी बिछ सकता है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत ग्रामीण सड़कों का निर्माण किया जाता है जो केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के अधीन आता है। बिहार में इस योजना के तहत अब तक के 53 हजार किलोमीटर से अधिक सड़कों का निर्माण किया जा चुका है। तीसरे चरण में बिहार के अंदर 6861 किलोमीटर सड़कों का निर्माण होना है। ग्रामीण सड़कों के निर्माण में गिरिराज सिंह बड़ी भूमिका अदा कर सकते हैं।