PATNA : सरकार बिहार में सुशासन होने का दावा करती है और पटना पुलिस का स्लोगन है.. सदैव आपकी सेवा में। लेकिन इसके बावजूद राजधानी पटना में ही सुशासन का दम घुट रहा है। मामला दो बहनों के साथ छेड़खानी से जुड़ा हुआ है। गांधी मैदान इलाके के एक बड़े स्कूल में पढ़ने वाली दो नाबालिग सगी बहनों में केवल इस वजह से स्कूल जाना छोड़ दिया कि रास्ते में मनचले उन्हें परेशान करते हैं। गांधी मैदान थाने को मामले की जानकारी भी दी थी लेकिन किसी ने नहीं सुनी और आखिरकार इन दोनों बहनों को स्कूल ड्राप करना पड़ा।
आरोपी कोई और नहीं बल्कि पीड़िता का पड़ोसी है, जो गोलघर के पास रहता है। लड़की ने शहजाद और उसके दो बेटों शाहनवाज और शमशाद पर छेड़खानी का आरोप लगाया है। ये पिछले चार-पांच महीनो से लड़कियों को परेशान कर रहे थे। 19 जून को लडकियां अपनी मां के साथ शिकायत लेकर गांधी मैदान थाने पहुंची, लेकिन पुलिस ने उनकी बातों को अनसुना कर दिया। जब थाने से मदद नहीं मिली तो पीड़िता मंगलवार को एसएसपी दफ्तर पहुंचीं। एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो दफ्तर में नहीं थे। प्रतिनियुक्त अधिकारी ने लिखित शिकायत ली और गांधी मैदान के थानेदार को केस दर्ज करने के साथ ही आरोपियों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया। लिखित आवेदन में पीड़ित बहनों ने बताया कि ये तीनों स्कूल से जाते समय हमें परेशान करते हैं और हमारे साथ छेड़खानी करते हैं।
पीड़िता ने आवेदन में कहा है कि 19 जून को तीनों के खिलाफ लिखित आवेदन देने गए थे ताकि पुलिस इन लोगों पर कार्रवाई करे। लेकिन, पुलिस ने भी हमारी मदद नहीं की और हमसे आवेदन भी नहीं लिया। जब आरोपियों को पता चल कि हम उसकी शिकायत करने गए हैं, तो वो रास्ते में पहुंच गया और हमें रोककर कहा कि केस करने गई थी? रास्ते से उठा लेंगे। तुम लोगों का पता भी नहीं चलेगा। लड़की ने आवेदन में कहा कि ये आरोपी स्कूल के पास भी खड़े रहते हैं। जब हम बाहर निकलते हैं तो ये हमें छेड़ते हैं। इन्होने हमें इतना परेशान किया कि हमनें स्कूल जाना बंद कर दिया। यहां तक की हम घर से भी बाहर नहीं निकल पाते हैं।