PATNA : साइबर अपराधी ठगी के लिए हर दिन नए-नए तरीके अपना रहे हैं. कभी इंटरनेट मीडिया पर लुभावने विज्ञापन और आफर तो कभी मेसेज के द्वारा लिंक भेज कर ठगी की शिकायतें पुलिस के पास पहुंची हैं. इसी तरह क्रेडिट कार्ड बनाने, या फिर गूगल पर नंबर ढूंढ कॉल कर नाम पर ठगी की जा रही है. ऐसा ही एक मामला पटना राजधानी से सामने आया है.
एक बार फिर पटना राजधानी पटना में साइबर ठगी का मामला सामने आया है. इस बार साइबर ठगों ने एक छात्रा को अपना शिकार बनाया. ठगों ने एक बार नहीं उससे दो दो बार अपने जाल में फसाया. बता दें पूर्वी इंदिरा नगर निवासी सुशीला कुमारी ने बताया कि वे टेस्ट सिरीज खरीदने के लिए गूगल पर नंबर ढूंढ रही थीं. एक नंबर मिला, जिस पर उसने काल किया. उसक बाद काल रिसीव करने वाले ने उनसे मोबाइल में एनी डेस्क रिमोट डेस्कटाप और एल्पेमिक रिमोट डेस्कटाप कंट्रोल नामक दो एप डाउनलोड कराए. इसके बाद पहली बार में पांच रुपये और दूसरी बार में 49 हजार रुपये उसके खाते से गायब हो गए. जब उसे पता चला तो फोन पर ही रोने लगीं. काफी गिड़गिड़ाई कि उसके पैसे लौटा दें, वे बहुत जरूरतमंद हैं. उसे लगा ठग उसपर दया करके पैसा लौटा देगा. छात्रा को एक बार फिर ठग की बातों पर विश्वास भी हो गया, लेकिन यह और उसके लिए गलत साबित हुआ. उसने एक बार फिर 50 हजार रुपये निकाल लिए. इस तरह छात्रा के खाते से पांच बार में 99 हजार 269 रुपये गायब कर दिए.
इसके बाद छात्रा ने कंकड़बाग थाने में शिकायत की है. इस मामले में थानाध्यक्ष रविशंकर सिंह ने बताया कि प्राथमिकी की गई है. ठगों का पता लगाया जा रहा है. पूर्वी इंदिरा नगर निवासी सुशीला कुमारी ने बताया कि वे टेस्ट सिरीज खरीदने के लिए गूगल पर नंबर ढूंढ रही थीं. एक नंबर मिला, जिस पर काल किया. उन्हें क्या पता था कि वह फर्जी साइट है.