PATNA: पटना के होटल मौर्या में शुक्रवार को 39वीं वार्षिक आम सभा का आयोजन किया गया। एजीएम की अध्यक्षता समूह के संस्थापक अध्यक्ष एवं राज्यसभा के पूर्व सदस्य रवींद्र किशोर सिन्हा ने की। इस मौके पर आरके सिन्हा ने बताया कि अगले एक साल के भीतर SIS ने बिहार के 10 हजार युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
एस.आई.एस. 11,000 करोड़ की सूचीबद्ध (एनएसई, बीएसई) बिहारी बहुराष्ट्रीय कंपनी है जो भारत, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर और न्यूजीलैंड में कार्यरत हैं। इसकी स्थापना आर के सिन्हा ने 1974 में पटना, में की थी। आज कंपनी भारत के शीर्ष पांच निजी क्षेत्र के नियोक्ताओं में अपना स्थान रखती है जिसमें 283000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। जिसमें 50000 से अधिक बिहारी भी शामिल हैं। बेहतर कार्य संस्कृति और वातावरण के कारण एसआईएस को "ग्रेट प्लेस टू वर्क" द्वारा "भारत में काम करने के लिए सर्वश्रेष्ठ कंपनियों" में चौथे स्थान एवं “महिलाओं के लिए सर्वश्रेष्ठ कार्यस्थलों में से एक”के रूप में भी मान्यता दी गई। आज एसआईएस देश के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के नियोक्ताओं में शीर्ष 10 में है।
एसआईएस ग्रुप ने वित्तीय वर्ष 2023 में अपने इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार किया| कंपनी का राजस्व 11,000 करोड़, लगभग 1.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया। एसआईएस ग्रुप का राजस्व वित्तीय वर्ष 2022 के 10,059 करोड़ रुपए से 12.8% बढ़ कर 2023 मं 11,346 करोड़ हो गया। अपने अथक प्रयास एवं काम में पारदर्शिता के कारण आज SIS भारत वर्ष में निजी सुरक्षा प्रदान करने वाली कंपनियों एवं सुविधा प्रबंधन प्रदाता कंपनियों में प्रथम स्थान पर है। SIS जल्द ही कैश मैनेजमेंट प्रदान करने वाली कंपनियों में प्रथम स्थान पाने का लक्ष्य रखती है।
बता दें कि आर के सिन्हा ने सामाजिक दायित्वों को पूरा करने के उद्देश्य से SIS की स्थापना की थी, जो SIS में कार्यरत सहयोगियों एवं उनके परिजनों के संतोष में झलकता है। बिहार से शुरू होने वाली कंपनियों में आज SIS सबसे अधिक टैक्स, भविष्य निधि एवं ESIC जमा करने वाली कंपनियों में एक है साथ ही साथ यह बिहार के लोगो को रोज़गार देने में वर्षों से अग्रणी है। इस वर्ष SIS ने बिहार में बिहार के लोगों के लिये 10 हजार नये रोज़गार देने का लक्ष्य रखा है। SIS ने बिहार में अपने दो प्रशिक्षण केंद्र खोल रखे हैं जिसमे बिहार के लोगों के कौशल विकास पर कार्य कर उन्हें रोज़गार के लिये तैयार भी किया जाता है।