पटना में सफाई व्यवस्था ठप, 10 कर्मियों को बर्खास्त करने की नोटिस, नेताओं समेत 200 लोगों पर FIR

पटना में सफाई व्यवस्था ठप, 10 कर्मियों को बर्खास्त करने की नोटिस, नेताओं समेत 200 लोगों पर FIR

PATNA : राजधानी पटना में सफाई कर्मियों की हड़ताल लगातार जारी है. हड़ताल के कारण शहर में सफाई व्यवस्था ठप पड़ है. हड़ताल पर गए सफाई कर्मियों के  खिलाफ जिला प्रशासन सख्त एक्शन लेने के मूड में है. नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने हुए 10 सफाई कर्मियों की सेवा समाप्त करने के लिए नोटिस थमा दिया है. जबकि नेताओं समेत 200 लोगों के खिलाफ थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है. जबकि कर्मी मांग पूरी होने तक हड़ताल खत्म करने को राजी नहीं हैं.


मंगलवार को हड़ताल के कारण कर्मियों ने यार्डों से वाहनों को भी निकलने नहीं दिया. जो गाड़ियां निकली, उन्हें भी रोक दिया गया. कई जगहों पर हाथापाई की भी घटनाएं हुईं. पटना कंकड़बाग अंचल का इलाका इस हड़ताल से सबसे ज्यादा प्रभावित है. बांकीपुर अंचल में भी खासा असर देखा जा रहा है. हड़ताली कर्मियों के काम नहीं करने के कारण नगर आयुक्त के निर्देश पर रात में साफ़-सफाई कराई जा रही है.



कल मौर्यलोक में सफाई कर्मी जुटे. यहां उन्होंने विशाल प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की. इतना ही नहीं निगम कर्मियों ने निगम के मुख्य गेट को जाम कर दिया. नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने 5 प्रतिनिधियों को बातचीत करने के लिए बुलाया लेकिन बात नहीं बनी. उन्होंने कहा कि जो अपनी मर्जी से हड़ताल कर रहे हैं, वे करें लेकिन अगर वे दूसरे को काम करने से रोकेंगे या उनके काम में बाधा पहुंचाएंगे तो उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. 


उधर पटना के कोतवाली थाना में अपनी मांगों को लेकर धरना देने वाले सफाईकर्मी संघ के नेताओं और 200 अज्ञात सफाई कर्मियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.  नगर निगम की शीला ईरानी, अपर नगर आयुक्त, सफाई ने चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष पीके आजाद महासचिव नंद किशोर दास और  अन्य पर केस दर्ज कराया है. बताया जा रहा है कि कोरोना नियमों का पालन न करने, लाकडाउन का उल्लंघन करने और सार्वजनिक स्थल पर धरना-प्रदर्शन करने की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.