PATNA: बिहार में कोरोना का संकट गहराता जा रहा है. ऐसे में पटना के हॉस्पिटल भी बुहान बनाने में जुटे हुए हैं. हजारों इस्तेमाल पीपीई किट को गंगा किनारे फेंक दिया है. जिसके संपर्क में लोग आ रहे हैं. जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है.
कबाड़ी वाले बच्चे चुन रहे पीपीई किट
पटना के दीघा के पास हजारों पीपीई किट इस्तेमाल किया हुआ फेंका गया है. जिस जगह पर फेंका गया इस रास्ते से सैकड़ों लोग आते जाते हैं. इसके अलावे कबाड़ी और कचड़ा चुनने वाले बच्चे पीपीई किट को बोरा में रखकर ले जा रहे हैं. जिससे संक्रमण का खतरा और बढ़ गया है. बताया जा रहा है कि प्राइवेट हॉस्पिटल के स्टाफ के पीपीई किट को जैसे तैसे फेंक रहे हैं.
कोरोना संक्रमण रोकने के लिए हो रहा इस्तेमाल
कोरोना संक्रमण रोकने के लिए पीपीई किट का कोरोना मरीज और इलाज करने वाले डॉक्टर इस्तेमाल कर रह रहे हैं. इसको सिर्फ एक बार इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे में पटना के सैकड़ों हॉस्पिटल है जिससे हजारों पीपीई किट रोज निकलता है.पीपीई किट को बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट नियमों के अनुसार ही नष्ट करना है. लेकिन हॉस्पिटल वाले इस नियम की धज्जियां उड़ा रहे हैं. जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है. बता दें कि रोज सैकड़ों कोरोना मरीज बिहार में पॉजिटिव मिल रहे है. इसमें सबसे अधिक पटना में मरीज मिले रहे हैं. पटना में 1114 कोरोना मरीज अब तक मिल चुके हैं. बिहार में कोरोना मरीजों की 12525 हो गई है.