PATNA : अभी-अभी बड़ी खबर आ रही है। महिला शिक्षकों ने सचिवालय गेट पर प्रदर्शन किया है। शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश का विरोध करते हुए महिला शिक्षकों ने उग्र प्रदर्शन किया है। महिला शिक्षकों ने डीएम से पास के स्कूलों में योगदान देने के मांग की है।
दरअसल नये आदेश में शिक्षा विभाग ने महिला शिक्षकों को उनके मूल पदस्थापना वाले स्कूल में योगदान देने को कहा है जिसका विरोध महिला शिक्षक कर रही हैं। महिला शिक्षकों का कहना है कि अभी तक लोकल ट्रेनों का परिचालन शुरू नहीं हुआ है। ऐसे में स्कूलों तक महिला शिक्षकों के लिए भारी परेशानी का काम है। संसाधन के अभाव में वे अपने स्कूलों में योगदान देने में असमर्थ हैं।
महिला शिक्षकों ने डीएम से मांग की है उन्हें अभी पास के स्कूलों में ही योगदान देने का आदेश दिया जाए। इससे पहले महिला शिक्षकों ने इसी मसले पर पिछले 27 जून को डीईओ ऑफिस में प्रदर्शन किया था।दरअसल कोरोना संकट के बीच दूर-दराज के स्कूलों में पदस्थापित महिला शिक्षकों को अपने घर के पास के स्कूलों में ज्वायनिंग की छूट सरकार ने दे रखी थी। लेकिन अब नये आदेश में डीईओ ने महिला शिक्षकों के उनके अपने-अपने स्कूलों में ज्वाइन करने का आदेश दिया है । लेकिन महिला शिक्षकों ने इस आदेश पर असहमति जाहिर की है। संसाधनों के अभाव में स्कूलों में पहुंचने में परेशानी जतायी है।
शिक्षिकाओं की मानें तो ट्रेन सेवा शुरू नहीं होने की वजह से पटना जिले में पदस्थापित हजारों शिक्षिकाओं को बिना किसी साधन के स्कूल पहुंचने में कठनाईयों का सामना करना पड़ेगा। बता दें कि पटना जिले के तहत फतुहा, बख्तियारपुर, बाढ़, मनेर, बिहटा, मसौढ़ी सहित दर्जनों ऐसे क्षेत्र हैं जो पटना से 40 किलोमीटर से लेकर 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं।