PATNA : भाजपा और जदयू के बीच अंदर ही अंदर चल रहा शीतयुद्ध अब खुले खेल में तब्दील होता जा रहा है. पटना के पानी में डूबने के बाद हो रही फजीहत से बेचैन भाजपा ने नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष संजय जयसवाल ने फेसबुक पर पोस्ट लिख कर सरकार को अल्टीमेटम दे दिया. जयसवाल ने साफ कहा है कि पटना में आयी त्रासदी प्रशासनिक विफलता है, सरकार दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करे. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा को भी भाजपा कार्यालय में तलब कर हड़काया.
11 साल की सरकार में पहली दफे भाजपा का अल्टीमेटम
2005 में बिहार में जदयू-भाजपा की सरकार बनने के बाद साझा सरकार का ये 11 वां साल है. पहली दफे भाजपा ने आधिकारिक तौर पर नाराजगी जतायी है. प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष संजय जयसवाल ने फेसबुक पर लिखा हैकि पटना में बारिश रूक जाने के 24 घंटे बाद भी पानी का नहीं निकलना ये बताने के लिए काफी है कि प्रशासनिक लापरवाही हुई है. भाजपा के सांसद और विधायक लगातार मेहनत कर रहे हैं लेकिन नाले की उड़ाही और संप मोटर का काम नहीं करने में सांसद और विधायक की कोई भूमिका नहीं होती. इस पूरे मामले में प्रशासनिक अधिकारी दोषी हैं और उन पर सरकार को कार्रवाई करनी ही चाहिये. संजय जाय़सवाल ने कहा कि सरकार पटना में राहत का काम करने में भी पिछड़ गयी. 2017 में उनके क्षेत्र पश्चिम चंपारण में बाढ आयी थी तो उन्होंने अधिकारियों के साथ मिलकर 24 घंटे में राहत का काम शुरू करा दिया था. लेकिन पटना में तबाही के चार दिन बाद राहत बांटने का काम ठीक हुआ. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार अभी राहत का काम चलाये लेकिन 10 दिन बाद समीक्षा कर उन अधिकारियों की पहचान करे जिनके कारण ये स्थिति हुई. वैसे अधिकारियों पर कार्रवाई की जानी चाहिये. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि वे हाई लेवल पर बात करके अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करायेंगे.
BJP का नीतीश पर सीधा हमला
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने नीतीश कुमार का नाम भले ही नहीं लिया हो लेकिन हमला सीधे नीतीश कुमार पर ही किया गया है. दरअसल बिहार सरकार का नगर विकास विभाग भाजपा के जिम्मे है लेकिन उपर से लेकर नीचे तक के अधिकारी नीतीश कुमार की पसंद से बिठाये जाते हैं. नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव से लेकर पटना नगर निगम के आयुक्त, पटना के जिलाधिकारी और प्रमंडल के आयुक्त की पोस्टिंग सीधे सीएम कार्यालय से होती है. सियासी जानकार जानते हैं कि भाजपा कोटे के विभाग में भी अधिकारियों की पोस्टिंग में मंत्री या डिप्टी सीएम की औपचारिक राय तक नहीं ली जाती. उधर राहत कार्य में लापरवाही का आरोप भी सीधे मुख्यमंत्री पर ही हमला माना जा रहा है. पटना में तबाही के बाद राहत की समीक्षा सीधे मुख्यमंत्री ही कर रहे थे. वैसे भी आपदा प्रबंधन विभाग जदयू के जिम्मे है. राहत को लेकर नीतीश की ताबड़तोड़ बैठकों के बावजूद BJP के प्रदेश अध्यक्ष अगर ये कह रहे हैं कि राहत चलाने में देर हुई तो हमला नीतीश पर ही माना जा रहा है.
प्रदेश अध्यक्ष ने मंत्री को तलब किया, अपनी पार्टी की सराहना की
फेसबुक पर अपना बयान जारी करने से पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने नगर विकास मंत्री को बीजेपी दफ्तर में तलब किया. सूत्र बताते हैं कि मंत्री ने बताया कि विभाग के अधिकारी सीधे सीएम हाउस से कमांड लेते हैं. इसके बाद संजय जयसवाल ने अपना बयान जारी किया. उन्होंने राहत कार्य चलाने के लिए अपनी पार्टी का खूब गुणगान किया. संजय जायसवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने पटना में आयी आपदा में तत्काल मदद की. केंद्रीय गृह मंत्री नित्यानंद राय ने तत्काल NDRF की 20 टीम भेज दी. बीजेपी के सांसद-विधायक, नेता,कार्यकर्ताओं के साथ साथ साथ RSS के स्वयंसेवक राहत के काम में जुटे रहे. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने एक बार भी सरकार के काम का जिक्र नहीं किया है.
सियासी हलके में अटकलों का बाजार गर्म
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के सीधे हमले के बाद सियासी हलके में अटकलों का बाजार गर्म हो गया है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का आधिकारिक तौर पर पार्टी का बयान है. ये गिरिराज सिंह या सच्चिदानंद राय का बयान नहीं जिसे निजी बयान बताकर जदयू चुप हो जाये. 11 साल की साझा सरकार में ये पहला वाकया है जब बीजेपी ने आधिकारिक तौर पर नाराजगी जतायी है. जाहिर तौर पर भाजपा के इरादे कुछ और हैं.