फुलवारीशरीफ के जेलर सस्पेंड, नियम को ताक पर रखकर कुख्यात रवि गोप को जेल से छोड़ा था

फुलवारीशरीफ के जेलर सस्पेंड, नियम को ताक पर रखकर कुख्यात रवि गोप को जेल से छोड़ा था

PATNA :  राजधानी पटना में पिछले दिनों गिरफ्तार 50 हजार के इनामी अपराधी रवि गोप को जमानत मिलने के बाद जेल से छोड़ने के मामले में फुलवारीशरीफ के जेलर के ऊपर कड़ी कार्रवाई की गई है. जेल की कार्यशैली में लापरवाही को देखते हुए जेल आईजी ने फुलवारीशरीफ के जेलर अरविन्द कुमार को सस्पेंड कर दिया है.


50 हजार के इनामी अपराधी रवि गोप को तीन दिनों में जमानत मिलने के मामले में बिहार पुलिस की कार्यशैली पर लगातार सवाल उठ रहे थे. ये सवाल आज भी बने हुए हैं. हालांकि अभी तक इस मामले में जेलर के ऊपर ही कार्रवाई हो पाई है. कुख्यात अपराधी रवि गोप नियमित जमानत लेकर जेल से छूटा और वह फरार हो गया. पटना पुलिस को तब पता चला जब रवि जेल से निकलने के बाद फरार हो गया. तह यहां की पुलिस हाथ मलती रह गई.


जेल आईजी की ओर से जारी निलंबन के आदेश में इस बात का जिक्र है कि फुलवारीशरीफ शिविर मंडल के उपाधीक्षक अरविन्द कुमार ने कुख्यात रवि गोप को जेल से रिहा करने में नियमों का उल्लंघन किया. इनकी लापरवाही को देखते हुए तत्काल प्रभाव से इन्हें सस्पेंड कर अररिया मंडल कारा में संलग्न किया गया. आपको बता दें कि इस पूरे मामले में पटना सदर एसडीओ और सिटी एसपी पश्चिमी से जांच रिपोर्ट मांगी गई थी.


आपको बता दें कि  रवि गोप के एक केस में जेल भेजने के बाद दूसरे केस में रिमांड के लिए कोर्ट में पुलिस ने आवेदन नहीं दिया था. किसी अन्य आपराधिक मामले में प्रोडक्शन वारंट नहीं रहने से रवि गोप फुलवारी जेल से आसानी से छूट गयाम जिसे एसटीएफ और पटना पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चला कर दीघा के रवि गोप को अथमलगोला थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया था.


पुलिस ने उसे तब पकड़ा था जब वह गुपचुप तरीके से शादी कर रहा था. पुलिस ने उसे मंडप से गिरफ्तार किया और रंगदारी के एक आपराधिक मामले में कोर्ट में पेश किया था. कोर्ट ने रवि गोप को न्यायिक हिरासत में लेते हुए फुलवारी जेल भेज दिया था. इस कांड के सूचक से समझौता के आधार पर एसीजेएम ने आरोपी रवि गोप को जमानत दी.


कुख्यात रवि पटना के दीघा के रामजीचक इलाके का रहने वाला है. करीब एक साल पहले इसने दानापुर के नासरीगंज में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी थी. तब से यह फरार चल रहा था. इसके ऊपर और भी आपराधिक मामले दर्ज हैं. सरकार ने इस अपराधी को पकड़ने के लिए 50 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा है. लगातार फरार रहने की वजह से पुलिस इसके घर की संपत्ति को कुर्क भी कर चुकी है.