IPL 2025: लीग से बाहर हुआ RCB का यह चैंपियन खिलाड़ी, प्लेऑफ्स से ठीक पहले मुश्किल में पड़ी टीम SAHARSA: 50 हजार का इनामी कुख्यात अपराधी प्रिंस गिरफ्तार, STF और जिला पुलिस की बड़ी कार्रवाई बेगूसराय में अपराधी बेलगाम: घर में घुसकर 2 साल की बच्ची की गोली मारकर हत्या ऑपरेशन सिंदूर पर बोले प्रशांत किशोर, कहा..भारतीय सेना को मेरा सलाम..विशेषज्ञों को अपना काम करने दीजिए ARRAH: जिले के प्रभारी मंत्री केदार प्रसाद से मिले अजय सिंह, भोजपुर के विकास को लेकर हुई चर्चा BIHAR: ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को लेकर जमुई में भव्य कार्यक्रम, विधायक श्रेयसी सिंह ने कहा..पीएम मोदी के वादे को सेना ने किया पूरा पटना में बिना नंबर की थार से विदेशी हथियार बरामद, अपराधियों की साजिश नाकाम Bihar News: बिहार के सरकारी तालाबों को मिलेगी विशिष्ट पहचान, जलनिकायों को मिलेगा नया आयाम Bihar News: बिहार के सरकारी तालाबों को मिलेगी विशिष्ट पहचान, जलनिकायों को मिलेगा नया आयाम New Bypass in Bihar: बिहार में यहां बनने जा रहा है नया बाइपास, मालामाल होंगे इन जिलों के जमीन मालिक!
1st Bihar Published by: Updated Sat, 18 Jul 2020 08:56:36 AM IST
- फ़ोटो
PATNA: कोरोना संदिग्ध मरीज इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया. वह कोरोना सैंपल देने के लिए तीन दिनों तक पटना के सरकारी हॉस्पिटल में चक्कर काटता रहा, लेकिन सैंपल नहीं लिया गया. जिससे उसकी मौत हो गई है.
हंगामा होने पर प्रशासन ने आनन-फानन में कराया अंतिम संस्कार
मौत के बाद परिजनों ने गुस्से में हो गए. रूकनपुरा में बेली रोड जाम कर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. जिसके बाद आनन-फानन में प्रशासन ने शव का अंतिम संस्कार करा दिया. लेकिन मौत के बाद भी सैंपल नहीं लिया गया. जिससे परिवार से लेकर पड़ोस के लोग दहशत में हैं.
दौड़ाया जाता था बीमार को
मृतक विनोद कुमार रूकनपुरा मुसहरी के पास का रहने वाला था. उसको कई दिनों से सर्दी खांसी के साथ-साथ सांस लेने में दिक्कत हो रहा था. वह अपना सैंपल देने के लिए तीनों से पाटलिपुत्रा अशोका और न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल का चक्कर लगाता रहा. लेकिन हॉस्पिटल के स्टाफ ने सैंपल नहीं लिया. कभी डॉक्टर का पर्ची मांगते तो कभी दूसरे सेंटर भेजने की सलाह देते. इस बीच उसकी शुक्रवार को मौत हो गई.
मौत के बाद के बाद भी नहीं लिया सैंपल
मौत होने के बाद परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी. लेकिन जिंदा रहते तो इलाज नहीं किया. मरने के बाद भी स्वास्थ्यकर्मी नहीं आए. हद तो तब कर दी जब मौत के बाद भी सैंपल नहीं लिया. जब सड़क जाम हुआ तो प्रशासन की नींद खुली. एसडीएम से बात होने के बाद उन्होंने पांच पीपीई किट और शव वाहन उपलब्ध कराए तब जाकर विनोद का दाह संस्कार हो सका.