60 साल के जीजा संग फरार हुई 35 साल की साली, परेशान पति ने रख दिया 10 हजार का इनाम वैशाली में पारिवारिक रंजिश का खौफनाक अंजाम, चचेरे भाई ने युवक को मारी गोली कटिहार में करंट से 2 सगी बहनों की दर्दनाक मौत, 4 लोग झुलसे, बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप एक्शन मोड में पटना पुलिस: चेन स्नैचिंग गैंग का पर्दाफाश, बॉस समेत 7 गिरफ्तार JEHANABAD: अलीनगर पाली इमामबाड़े में राज्यपाल ने की ज़ियारत, बोले..लीडर वही जो सिर देने की ताकत रखे Bihar Crime News: बिहार के इस जिले में इंजीनियर से लूटपाट, विरोध करने पर अपराधियों ने मारी गोली Bihar Crime News: बिहार के इस जिले में इंजीनियर से लूटपाट, विरोध करने पर अपराधियों ने मारी गोली बखोरापुर में ऐतिहासिक किसान सम्मान समारोह, अजय सिंह ने किसानों को दी सशक्त भविष्य की सौगात बेगूसराय में रिश्तों का कत्ल: साले ने कुदाल से काटकर की जीजा की निर्मम हत्या, इलाके में सनसनी Bihar Crime News: बिहार के वहसी पिता की शर्मनाक करतूत, सगी बेटी के साथ कई सालों से जबरन कर रहा था रेप; थाने पहुंचा मामला
1st Bihar Published by: Updated Sat, 18 Jul 2020 08:56:36 AM IST
- फ़ोटो
PATNA: कोरोना संदिग्ध मरीज इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया. वह कोरोना सैंपल देने के लिए तीन दिनों तक पटना के सरकारी हॉस्पिटल में चक्कर काटता रहा, लेकिन सैंपल नहीं लिया गया. जिससे उसकी मौत हो गई है.
हंगामा होने पर प्रशासन ने आनन-फानन में कराया अंतिम संस्कार
मौत के बाद परिजनों ने गुस्से में हो गए. रूकनपुरा में बेली रोड जाम कर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. जिसके बाद आनन-फानन में प्रशासन ने शव का अंतिम संस्कार करा दिया. लेकिन मौत के बाद भी सैंपल नहीं लिया गया. जिससे परिवार से लेकर पड़ोस के लोग दहशत में हैं.
दौड़ाया जाता था बीमार को
मृतक विनोद कुमार रूकनपुरा मुसहरी के पास का रहने वाला था. उसको कई दिनों से सर्दी खांसी के साथ-साथ सांस लेने में दिक्कत हो रहा था. वह अपना सैंपल देने के लिए तीनों से पाटलिपुत्रा अशोका और न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल का चक्कर लगाता रहा. लेकिन हॉस्पिटल के स्टाफ ने सैंपल नहीं लिया. कभी डॉक्टर का पर्ची मांगते तो कभी दूसरे सेंटर भेजने की सलाह देते. इस बीच उसकी शुक्रवार को मौत हो गई.
मौत के बाद के बाद भी नहीं लिया सैंपल
मौत होने के बाद परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी. लेकिन जिंदा रहते तो इलाज नहीं किया. मरने के बाद भी स्वास्थ्यकर्मी नहीं आए. हद तो तब कर दी जब मौत के बाद भी सैंपल नहीं लिया. जब सड़क जाम हुआ तो प्रशासन की नींद खुली. एसडीएम से बात होने के बाद उन्होंने पांच पीपीई किट और शव वाहन उपलब्ध कराए तब जाकर विनोद का दाह संस्कार हो सका.