पटना में आनंद मोहन समर्थकों का फ्लॉप शो, लवली आनंद की सियासत पर फिर लग गया ग्रहण

पटना में आनंद मोहन समर्थकों का फ्लॉप शो, लवली आनंद की सियासत पर फिर लग गया ग्रहण

PATNA: उम्र कैद की सजा काट रहे आनंद मोहन को रिहा करने की मुहिम चला रहे समर्थकों का पटना में शक्ति प्रदर्शन फ्लॉप हो गया. आनंद मोहन की किताब के लोकार्पण के बहाने ताकत दिखाने की तैयारी थी, लेकिन पटना का एक हॉल भी नहीं भर पाया. बापू सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में बमुश्किल एक हजार लोग जुट पाये. फ्लॉप शो ने आनंद मोहन की पत्नी और पूर्व सांसद लवली आनंद की सियासत पर फिर ग्रहण लगा दिया है.


आनंद मोहन की किताब का लोकार्पण

पूर्व डीएम कृष्णैय़ा हत्याकांड में उम्र कैद की सजा काट रहे आनंद मोहन ने जेल में ही महात्मा गांधी पर किताब लिखी है. आनंद मोहन की किताब “गांधी-कैक्टस के फूल” का आज पटना में लोकार्पण हुआ. आनंद मोहन की पत्नी और पूर्व सांसद लवली आनंद के साथ साथ उनके समर्थकों ने इस मौके पर शक्ति प्रदर्शन की तैयारी की थी. लिहाजा पटना के बापू सभागार में किताब का लोकार्पण किया गया. इस शक्ति प्रदर्शन में भीड़ जुटाने के लिए दो महीने से पूरी तैयारी की गय़ी थी. लवली आनंद से लेकर आनंद मोहन के बेटे और उनके समर्थकों ने पूरे राज्य का दौरा किया.


एक हॉल भी नहीं भर पाया

तमाम कोशिशों के बावजूद लोकार्पण समारोह में बापू सभागार नहीं भर पाया. बमुश्किल एक हजार लोग कार्यक्रम में पहुंचे. लिहाजा ज्यादातर कुर्सियां खाली पड़ी रही. इन सबके बीच लवली आनंद और उनके बच्चों ने आनंद मोहन की किताब का लोकार्पण किया. इस मौके पर उनके समर्थकों ने आनंद मोहन को जेल से रिहा करने की मांग की.


लवली आनंद की सियासत पर फिर लगा ग्रहण

सियासी जानकारों के मुताबिक आनंद मोहन की किताब के लोकार्पण के मौके पर भीड़ जुटाने का दो मकसद था. पहला ये कि सरकार पर आनंद मोहन की जेल से रिहाई के लिए दबाव बनाया जाये. दूसरा लवली आनंद को सियासत में फिर से स्थापित किया जाये. लवली आनंद के करीबी लोगों के मुताबिक नीतीश कुमार से उनकी बातचीत हो चुकी है. वे उम्मीद कर रहे हैं कि इसी साल होने वाले विधान परिषद चुनाव में लवली आनंद को जेडीयू कोटे से विधान पार्षद बनाया जा सकता है. लेकिन आज के फ्लॉप शो ने इस उम्मीद को करारा झटका दिया है.


वहीं आनंद मोहन की रिहाई के मामले में भी सरकार का रूख बदल सकता है. दरअसल कुछ दिनों पहले ही जेडीयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने महाराणा प्रताप के नाम पर शक्ति प्रदर्शन किया था. उस कार्यक्रम में भारी भीड जुटी थी. संजय सिंह के कार्यक्रम में ही कुछ वक्ताओं ने आनंद मोहन को जेल से रिहा कराने के लिए सरकार से पहल करने की मांग की थी. जिसके बाद मुख्य़मंत्री नीतीश कुमार ने उस पर विचार करने का आश्वासन भी दिया था. लेकिन आज अपनी ताकत दिखाने में चूक गये आनंद मोहन समर्थकों की उम्मीदों को फिर से झटका लग सकता है.