1st Bihar Published by: Updated Tue, 30 Jun 2020 12:57:24 PM IST
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PATNA : कोरोना के मामले में पटना जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. पटना के पाटली ग्राम सोसाइटी में पिछले 2 दिनों से कोरोना वायरस की पहचान हो चुकी है. बावजूद इसके जिला प्रशासन ने अब तक मरीज को आइसोलेशन हॉस्पिटल में नहीं पहुंचाया है ना ही इस सोसाइटी को कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए बैरिकेडिंग की गई है. पटना जिला प्रशासन की इस लापरवाही से अपार्टमेंट में रहने वाले 163 परिवार सदमे में है.

अधिकारी नहीं दे रहे जवाब
पाटली ग्राम में रहने वाले लोगों ने इस मामले में फर्स्ट बिहार झारखंड तो संपर्क किया है. सोसायटी में रहने वाले लोगों का कहना है कि 2 दिन पहले उनकी सोसायटी में रहने वाले एक दवा कारोबारी के रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. इन्होंने एक प्राइवेट लैब में अपना कोरोना टेस्ट कराया था और रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद इसकी जानकारी जिला प्रशासन को दे दी गई. सोमवार को जिला प्रशासन के अधिकारी पाटली ग्राम पहुंचे और कंटेनमेंट जोन को लेकर बैरिकेडिंग करने की बात कही. लेकिन सोमवार से मंगलवार का दिन आ गया अब तक पाटली ग्राम में किसी तरह की बैरिकेडिंग नहीं की गई है. सबसे हैरत की बात यह है कि कोरोना के मरीज अभी भी इसी सोसाइटी में है उनके साथ उनकी पत्नी भी सोसाइटी के एक फ्लैट में मौजूद हैं. अपार्टमेंट के रहने वाले लोग लगातार अधिकारियों को संपर्क कर रहे हैं लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिल रहा.
पटना जिला प्रशासन की यह लापरवाही तब सामने आ रही है. जब मुख्यमंत्री हर दिन कोरोना को लेकर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे रहे हैं लगातार समीक्षा कर रहे हैं और जांच का दायरा बढ़ाने का टारगेट भी दे रहे हैं .पाटली ग्राम अपार्टमेंट ऑक्सीजन हॉस्पिटल बजरंग पुरी के पास स्थित है और यहां सैकड़ों परिवार कोरोना को लेकर दहशत में है जबकि जिला प्रशासन कान में तेल डालकर सोया हुआ है.