1st Bihar Published by: Updated Wed, 26 Oct 2022 06:36:44 PM IST
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PATNA: 28 अक्टूबर को नहाय खाय के साथ ही लोक आस्था का महापर्व छठ महापर्व की शुरुआत होगी। 29 अक्टूबर को खरना, 30 अक्टूबर को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य और अगले दिन सुबह उदयगामी सूर्य को अर्घ्य देने के साथ चार दिनों तक चलने वाले इस महापर्व का समापन होगा। इस महापर्व में छठव्रतियों को किसी तरह की दिक्कत ना हो इस बात का निर्देश खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंगा घाटों के निरीक्षण के दौरान दिया। इसे लेकर जिला प्रशासन ने 16 छठ घाटों को खतरनाक घोषित कर दिया है।
पटना जिला प्रशासन ने 105 घाटों को चिह्नित किया था जिसमें से 16 छठ घाटों को खतरनाक घोषित किया है। जिला प्रशासन की ओर से खतरनाक गंगा घाटों की लिस्ट भी जारी कर दी गयी है। पटना के खतरनाक घाटों के नामों में नारियल घाट, जेपी सेतु पूर्वी घाट, बांस घाट, कलेक्ट्रेट घाट, महेंद्रू घाट, टी.एन.बनर्जी घाट, अंटा घाट, अदालत घाट, मिश्री घाट, टेढ़ी घाट, गड़ेरिया घाट, नुरूद्ददीनगंज घाट, भरहरवा घाट, महाराज घाट, कंटाही घाट और गुरु गोविंद सिंह कॉलेज घाट/किला घाट शामिल है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने छठ महापर्व के मद्देनजर छठ घाटों का आज निरीक्षण किया। छठ व्रतियों को अर्घ्य देने में कोई परेशानी न हो, इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया। छठ व्रतियों की सुरक्षा, घाटों की सफाई एवं स्वच्छता, सुचारू आवागमन के प्रबंध तथा अन्य सुविधाओं का विशेष ख्याल रखने का भी निर्देश सीएम ने दिया।