पटना में 10 दिन बाद घटी संक्रमण की रफ्तार राहत का संकेत, बच्चों को बचाना जरूरी है

पटना में 10 दिन बाद घटी संक्रमण की रफ्तार राहत का संकेत, बच्चों को बचाना जरूरी है

PATNA : कोरोना की तीसरी इलाज के दौरान पटना में सबसे ज्यादा संक्रमित पाए जा रहे हैं लेकिन राजधानी के लोगों के लिए एक राहत की खबर है। पिछले 10 दिनों के अंदर पटना में संक्रमण की रफ्तार थोड़ी कम हुई है। 10 जनवरी को पटना में जहां 2566 संक्रमित मिले थे वहीं 20 जनवरी को यह आंकड़ा घटकर 745 जा पहुंचा है। अब पॉजिटिविटी रेट घटकर 10.81 फीसदी पर आ गई है। हालांकि राहत वाली इस खबर के बीच 24 घंटे के दौरान कोरोना से मरने वालों की संख्या में उछाल और भर्ती होने वालों की उम्र परेशान कर रही है।


गुरुवार को पटना एम्स में चार और पीएमसीएच में चार मरीजों की मौत हुई है। मृतकों में चार महिलाएं भी शामिल हैं। इनमें पटना की रहने वाली तीन महिलाएं हैं। यह परेशान करने वाली बात तो है ही. वहीं तीसरी लहर में पहली बार पटना में एक दिन में 8 मरीजों की मौत से भी डॉक्टर भी परेशान हैं। इससे पहले इस लहर में एक दिन में अधिकतम 7 मरीजों की मौत हुई थी। 


उधर अस्पताल में एडमिट होने वालों में 8 और 13 साल के बच्चे भी शामिल हैं। एम्स में भर्ती हुए 21 में से 14 की उम्र से 39 साल है। ऐसे में इस बात की सावधानी बरतनी जरूरी है कि बच्चे कम से कम संक्रमित हो। पटना में सबसे अधिक 25 से 49 साल वाले कोविड एक्टिव मरीज हैं। इनकी संख्या 4822 है। इनमें 1609 महिला और 3213 पुरुष हैं। इनकी कुल एक्टिव मरीज का 54.7 फीसदी है। जिले में एक्टिव मरीजों की कुल संख्या 8808 है। जबकी जिले में सबसे अधिक एक्टिव 7024 मरीज पटना सदर प्रखंड में है। बाकी सभी 22 प्रखंडों को मिलाकर एक्टिव मरीज की कुल संख्या 1784 है। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह के मुताबिक मौजूदा समय में एक्टिव मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने की दर 0.8 फीसदी है। पिछले 24 घंटे में 2559 मरीज रिकवर भी हुए हैं। जिले का पॉजिटिविटी रेट 12.7 फीसदी है।