शराबबंदी वाले बिहार में शराब की बड़ी खेप बरामद, शराब तस्कर महेश राय गिरफ्तार वैशाली से बड़ी खबर: दलान से घर लौट रहे बुजुर्ग को मारी गोली SAHARSA: ई-रिक्शा को ट्रक ने मारी टक्कर, पलटने से महिला की मौत; शादी समारोह में शामिल होने जा रही थी मृतका ARRAH: कोइलवर में डेंगू-मलेरिया से बचाव के लिए अनोखी पहल, उद्योगपति अजय सिंह और देवनारायण ब्रह्मचारी जी महाराज रहे मौजूद जब नीतीश के गांव में जाने की नहीं मिली इजाजत, तब बिहारशरीफ में गरजे प्रशांत किशोर, कहा..आज भ्रष्टाचार की कलई खुल जाती Ara News: बीरमपुर क्रिकेट टूर्नामेंट (सीजन 7) का भव्य समापन, बीजेपी नेता अजय सिंह ने विजेता टीम को किया सम्मानित Ara News: बीरमपुर क्रिकेट टूर्नामेंट (सीजन 7) का भव्य समापन, बीजेपी नेता अजय सिंह ने विजेता टीम को किया सम्मानित BIHAR: कार साइड लगाने को लेकर बारात में बवाल, दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट-फायरिंग Life Style: पिंक सॉल्ट सफेद नमक से कैसे है अलग, शरीर के लिए कौन है अधिक फायदेमंद? Bihar School News: कैसे पढ़-लिखकर होशियार बनेंगे बिहार के बच्चे? हेडमास्टर ने नदी में फेंक दी किताबें
1st Bihar Published by: Updated Sat, 07 Aug 2021 10:03:15 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: पटना नगर निगम की मेयर सीता साहू के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव आज खारिज हो गया है। शनिवार को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बाद वोटिंग के दौरान सिर्फ 30 पार्षद ही उपस्थित थे। इनमें कुल 7 पार्षदों ने वोट किया। 2 पार्षदों ने सीता साहू के खिलाफ जबकि 5 ने उनके समर्थन में वोट डालें। जबकि 23 पार्षदों ने वोटिंग में हिस्सा ही नहीं लिया। ऐसे में सीता साहू के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया।
सीता साहू को हटाने के लिए जरूरी 38 मत नहीं पड़े जिसके चलते अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया। पटना नगर निगम की मेयर सीता साहू ने कहा कि उनके खिलाफ जो भी प्रस्ताव लाए गए थे वो निराधार थे। हमारे खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का कोई आधार ही नहीं था। हम पार्षदों का भरोसा जीतने में सफल रहे। पटना सपनों का शहर बनेगा। जीत के बाद उन्होंने बाकी बचे नौ महीने में पटना को बेहतर शहर बनाने का दावा किया।
गौरतलब है कि सीता साहू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था लेकिन उनकी कुर्सी बची रहगी इस बात का भरोसा उन्हें पहले से ही था। क्योंकि जिस विरोधी गुट की अगुवाई पूर्व डिप्टी मेयर विनय कुमार पप्पू, मीरा देवी सहित दूसरे पार्षद कर रहे थे। वे मतदान के दौरान कहीं नहीं दिखे। वहीं जिन 29 पार्षदों ने उन्हें हटाने को लेकर निगम आयुक्त को पत्र लिखा था। उस पत्र में विरोधी गुट के बड़े चेहरे माने जाने वाले पार्षद का हस्ताक्षर ही नहींं था। पिछले दो साल में ये तीसरा मौका था जब सीता साहू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था।